उत्तराखंड में खुलेगा पहला ऑर्गन बैंक, स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने दिए निर्देश
उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज में राज्य का पहला ऑर्गन बैंक स्थापित करने का निर्देश दिया है। इस फैसले से अंगदान को बढ़ावा मिलेगा और राज्य इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। दून मेडिकल कॉलेज में मिल्क बैंक की भी स्थापना की जाएगी जिससे नवजात शिशुओं को लाभ होगा। ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी की जा रही है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। राज्य के पहले आर्गन बैंक की स्थापना राजकीय दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून में की जाएगी। यह निर्णय शुक्रवार को यमुना कालोनी स्थित आवास पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में लिया गया।
मंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में विभागीय अधिकारियों ने राज्य में स्टेट आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (सोटो) की स्थापना को लेकर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। मंत्री डा. रावत ने कहा कि यह राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को नई दिशा देने वाला कदम होगा, जिससे अंगदान के क्षेत्र में उत्तराखंड आत्मनिर्भर बन सकेगा।
डा. रावत ने बताया कि दून मेडिकल कालेज में आर्गन बैंक की स्थापना के लिए सभी आवश्यक औपचारिकताएं लगभग पूरी कर ली गई हैं। इस कार्य को साकार रूप देने के लिए एनेस्थीसिया के विभागाध्यक्ष डा. अतुल कुमार को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वे नोटो (नेशनल आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन) और रोटो (रीजनल आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन) से समन्वय कर सोटो की स्थापना को अंतिम रूप देंगे।
मंत्री ने कहा कि राज्य में अंगदान और देहदान की संस्कृति को प्रोत्साहित किया जाना बेहद जरूरी है। इसके लिए जनता को प्रेरित करने के साथ-साथ आनलाइन और आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी की जा रही है। इच्छुक व्यक्ति दून मेडिकल कालेज में आकर या सोटो की वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मेडिकल कालेज में आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएं।
साथ ही उन्होंने कहा कि हर फैकल्टी सदस्य को एक-एक टीबी मरीज गोद लेने की पहल करनी चाहिए, ताकि मरीजों को सतत देखरेख मिल सके और बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण हो। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा निदेशक डा. आशुतोष सयाना, अपर निदेशक डा. आरएस बिष्ट, दून मेडिकल कालेज की प्राचार्य डा. गीता जैन और सोटो के नोडल अधिकारी डा. अतुल कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
मिल्क बैंक की होगी स्थापना
दून मेडिकल कालेज में मिल्क बैंक की भी स्थापना की जाएगी। इस कदम से विशेष रूप से उन नवजात शिशुओं को लाभ मिलेगा, जिन्हें विभिन्न कारणों से मां का दूध नहीं मिल पाता। डा. रावत ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि मिल्क बैंक की स्थापना को प्राथमिकता में शामिल करते हुए शीघ्र कार्य शुरू किया जाए।
उन्होंने कहा कि यह शिशु मृत्यु दर को घटाने और नवजातों के पोषण स्तर को सुधारने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा। उन्होंने बताया कि दून मेडिकल कालेज को राज्य में नवाचार का माडल सेंटर बनाया जा रहा है। यह भी निर्देश दिए कि मेडिकल छात्रों को ई-ग्रंथालय और प्रमाण पत्र डिजिटल लाकर के माध्यम से उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। कालेज में जल्दी ही एक रक्तदान शिविर आयोजित करने के भी निर्देश उन्होंने दिए।
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