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    आशारोड़ी चेकपोस्‍ट से आइएसबीटी तक बीच में नहीं उतारे जाएंगे यात्री, पढ़िए पूरी खबर

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Tue, 01 Dec 2020 07:30 AM (IST)

    रोडवेज मुख्यालय ने तत्काल नए आदेश जारी कर दिए। यात्रियों को अपने शहर की सीमा आशारोड़ी चेकपोस्ट से आइएसबीटी तक बीच में नहीं उतारा जाएगा। यानी अब दिल्ली की ओर से आने वाली बसों में बीच के शहरों के यात्री सफर कर सकते हैं।

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    देहरादून में आशारोड़ी चेकपोस्‍ट से आइएसबीटी तक बीच में रोडवेज बस के यात्रियों को नहीं उतारा जाएगा।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर दिल्ली आइएसबीटी से देहरादून आइएसबीटी तक बीच रास्ते में यात्री नहीं उतारने के रोडवेज मुख्यालय का आदेश पहले ही दिन चालक व परिचालकों पर भारी पड़ गया। बीच रास्ते के यात्री नहीं बैठाने पर बसों में यात्रियों की संख्या आधी रह गई और कईं बसों में रास्ते में उतरने को लेकर यात्रियों और परिचालक में विवाद हो गया। इस स्थिति से चालक-परिचालकों ने रोडवेज अधिकारियों को अवगत कराते हुए नियम में संशोधन की मांग की। इस मामले में रोडवेज मुख्यालय ने तत्काल नए आदेश जारी कर दिए। यात्रियों को अपने शहर की सीमा आशारोड़ी चेकपोस्ट से आइएसबीटी तक बीच में नहीं उतारा जाएगा। यानी अब दिल्ली की ओर से आने वाली बसों में बीच के शहरों के यात्री सफर कर सकते हैं।  

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    कोरोना संक्रमण के लिहाज से इस समय दिल्ली अति संवेदनशील है। ऐसे में दिल्ली से आने वालों पर सरकार ने विशेष निगाह रखने के आदेश दिए हैं। सीमाओं पर बरती जा रही ढील भी अब खत्म कर दोबारा से सख्ती कर दी गई है। इसी क्रम में देहरादून के जिलाधिकारी डा. आशीष श्रीवास्तव ने रोडवेज मुख्यालय को पत्र लिखकर दिल्ली से आने वाले यात्रियों को बीच में न उतारने के निर्देश दिए थे। रोडवेज मुख्यालय ने भी इसके लिए एसओपी जारी कर दी। जिसका चालक-परिचालक गलत संदेश ले गए और पहले ही दिन सोमवार को बसों में यात्रियों का ग्राफ गिर गया। चालक-परिचालकों को लगा कि आदेश के अनुसार दिल्ली से चढ़े यात्रियों को सीधे देहरादून आइएसबीटी पर उतारना है। इसलिए उन्होंने दिल्ली से बीच के रास्ते के यात्री बैठाए ही नहीं। वहीं, इस दौरान काफी यात्री ऐसे भी थे, जो देहरादून तक का किराया देकर बस में सवार हो गए और मोहंड या बिहारीगढ़ में उतरने के लिए उनका चालक एवं परिचालक से विवाद हो गया। इसकी सूचना मिलने पर मुख्यालय ने संशोधित आदेश जारी कर दिए। रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि सभी चालक-परिचालकों को संशोधित आदेश के बारे में सूचना भेजी जा रही है।

    दूसरे राज्यों की बसों को कैसे रोकेंगे

    प्रशासन ने अपने राज्य की बसों के लिए तो एसओपी जारी कर दी, लेकिन अब नई परेशानी दूसरे राज्यों की बसों को लेकर आ गई है। इस समय उत्तर प्रदेश, हरियाणा के साथ ही हिमाचल, राजस्थान, पंजाब और चंडीगढ़ रोडवेज की बसें भी यहां आ रही हैं। अगर ये यात्री को आइएसबीटी से पूर्व बीच में उतारती हैं तो इसका कोई विकल्प प्रशासन के पास नहीं है। 

    आइएसबीटी पर की जा रही जांच

    दिल्ली से आने वाले यात्रियों की दून आइएसबीटी पर कोरोना की रैंडम सैंपलिंग फिर शुरू कर दी गई है। जिला प्रशासन व पुलिस समेत स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम इसकी जांच कर रही। पुलिस यात्रियों को सैंपलिंग काउंटर तक भेज रही। जिला प्रशासन के मुताबिक सोमवार को दिल्ली से आई बसों के 21 यात्रियों की रैंडम जांच की गई। जिसमें सभी निगेटिव आए। 

    दीपक जैन (महाप्रबंधक रोडवेज) ने कहा कि चालक-परिचालक नई एसओपी को गलत समझ बैठे या उन तक सही सूचना पहुंची ही नहीं। यह आदेश सीमा पर होने वाली कोरोना जांच के चेकपोस्ट से लेकर आइएसबीटी तक के लिए हैं। इसका यह मतलब नहीं कि चालक-परिचालक दिल्ली से देहरादून के बीच के यात्री को बैठाए ही नहीं। अब एसओपी को फिर स्पष्ट किया गया है। शहर में एंट्री प्वाइंट से बस अड्डे के बीच यात्री नहीं उतारे जाएंगे।

    यह भी पढ़ें: बस अड्डों के अंदर से ही बैठेंगे और उतरेंगे यात्री, करानी होगी कोरोना की रैंडम जांच