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    Uttarakhand Rainfall: जुलाई में कहीं औसत से कम ताे कहीं दोगुना बरसे मेघ, इस शहर में ज्‍यादा और यहां कम बारिश दर्ज

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 01:01 PM (IST)

    उत्तराखंड में जुलाई में मानसून की बारिश असमान रही। बागेश्वर में सामान्य से बहुत अधिक वर्षा हुई जबकि अल्मोड़ा में सबसे कम दर्ज की गई। प्रदेश में औसत वर्षा 16% कम रही लेकिन मानसून सीजन में कुल मिलाकर वर्षा सामान्य रही है। बागेश्वर चमोली में अधिक वर्षा हुई जबकि मैदानी जिलों में कम। देहरादून में वर्षा सामान्य के करीब रही।

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    मानसून सीजन में अब तक प्रदेश में सामान्य रही औसत वर्षा। प्रतीकात्‍मक

    विजय जोशी, जागरण देहरादून। उत्तराखंड में जुलाई में मानसून की बारिश ने कहीं खूब भिगोया तो कहीं बूंदाबांदी का ही दौर चला। मानसून की दस्तक के बाद बा वर्षा के दौर तेज हुए, लेकिन जुलाई में मिली-जुली वर्षा देखने को मिली।

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    कुछ जिलों में सामान्य से बहुत अधिक बारिश हुई, जबकि कई जिलों में मानसून की सक्रियता औसत से भी नीचे रही। इस माह प्रदेश में औसत बारिश सामान्य से 16 प्रतिशत कम रही। जबकि, मानसून सीजन में अब तक वर्षा सामान्य ही रही है।

    राज्य में सबसे अधिक वर्षा बागेश्वर जिले में दर्ज की गई, जहां जुलाई महीने में 676.5 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य (274.2 मिमी) से 147 प्रतिशत अधिक है।

    वहीं, दूसरी ओर सबसे कम वर्षा अल्मोड़ा जिले में हुई, जहां कुल 266.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य (274.2 मिमी) से मामूली रूप से तीन प्रतिशत कम है। जुलाई में प्रदेश में सामान्य वर्षा का औसत 417.8 मिमी रहता है, जबकि वास्तविक वर्षा 349.9 मिमी ही हुई। इस प्रकार राज्यभर में औसत बारिश में 16 प्रतिशत की कुल कमी दर्ज की गई।

    मानसून सीजन में वर्षा सामान्य, अभी तेज होगा क्रम

    जुलाई में भले ही प्रदेश में औसत वर्षा सामान्य से 16 प्रतिशत कम हो, लेकिन पूरे मानसून सीजन में अब तक बारिश सामान्य दर्ज की गई है। साथ ही अगस्त में सामान्य से अधिक वर्षा की आशंका जताई गई है। मानसून सीजन में एक जून से अब तक उत्तराखंड में औसतन वर्षा सामान्य दर्ज की गई है। राज्य में इस अवधि में कुल 590 मिमी वर्षा हुई, जबकि सामान्य वर्षा 594 मिमी थी।

    जिलेवार आंकड़ों में बागेश्वर सबसे आगे रहा, जहां 1250.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 197 प्रतिशत अधिक है। चमोली (639 मिमी) और चंपावत (460.1 मिमी) में भी क्रमशः 74 प्रतिशत और 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

    वहीं, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और नैनीताल जैसे मैदानी जिलों में कम बारिश हुई। हरिद्वार में 220.4 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 41 प्रतिशत कम है, जबकि ऊधम सिंह नगर में 335.8 मिमी (- 33 प्रतिशत) और नैनीताल में 543 मिमी (- 15 प्रतिशत) वर्षा दर्ज की गई। देहरादून में इस दौरान 787.6 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य (826.2 मिमी) से - 5 प्रतिशत कम रही।

    जुलाई में प्रदेश में वर्षा की स्थिति

    • जनपद, वास्तविक वर्षा (मिमी), सामान्य (मिमी), अंतर (प्रतिशत)
    • बागेश्वर, 676.5, 274.2, 147
    • नैनीताल, 622.5, 566.1, 10
    • रुद्रप्रयाग, 564.2, 552.6, 02
    • पौड़ी गढ़वाल, 481.1, 445.4, 08
    • चंपावत, 263.5, 473.8, - 44
    • हरिद्वार, 352.6, 356.6, -01
    • देहरादून, 337.6, 486.2, -31
    • टिहरी गढ़वाल, 337.6, 420.6, -20
    • पिथौरागढ़, 328.0, 263.5, 24
    • चमोली, 328.0, 263.5, 24
    • ऊधमसिंह नगर, 303.4, 292.6, 04
    • उत्तरकाशी, 292.3, 411.7, -29
    • अल्मोड़ा, 266.4, 274.2, -03