उत्तराखंंड में है देश का पहला कंजरवेशन रिजर्व, जहां बढ़ा पक्षियों का कुनबा; गश्त बढ़ाने के निर्देश
विकासनगर के आसन वेटलैंड में स्थानीय पक्षियों की 28 प्रजातियों ने नेस्टिंग और ब्रिडिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली है। विशेषज्ञों का कहना है कि सितंबर में ये नन्हें परिंदे ऊंची उड़ान भरने लगेंगे। वर्तमान में यहां लगभग एक हजार नन्हें परिंदे हैं। अक्टूबर से मार्च तक यहां विदेशी परिंदों का प्रवास होता है। अप्रैल से सितंबर तक स्थानीय प्रजातियों के परिंदों का राज रहता है।

जागरण संवाददाता, विकासनगर। देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व और उत्तराखंड की पहली रामसर साइट 'आसन वेटलैंड' इन दिनों स्थानीय प्रजातियों के पक्षियों से गुलजार है। वर्तमान में यहां लगभग 28 प्रजाति के परिंदों ने नेस्टिंग और ब्रिडिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली है।
पक्षियों के इस संसार में इस समय उनके चूजे उड़ने से लेकर शत्रुओं से बचने के तरीके सीख रहे हैं। नन्हें परिंदे टाइफा घास के झुरमुटों और घोसलों से झांकते नजर आ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक सितंबर में यह नन्हें परिंदे ऊंची उड़ान भरने लगेंगे।
यहां लगभग एक हजार नन्हें परिंदे
चकराता वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने बताया कि वर्तमान में यहां लगभग एक हजार नन्हें परिंदे हैं। इस वजह से रेंजर आसन को गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
आसन रामसर साइट में अक्टूबर से मार्च तक विदेशी परिंदों का प्रवास होता है। जबकि अप्रैल से सितंबर तक यहां स्थानीय प्रजातियों के परिंदों का राज रहता है। ठंडे इलाकों जैसे साइबेरिया से हर साल अक्टूबर से मार्च तक विदेशी परिंदे आसन आद्रभूमि में प्रवास करते हैं।
आसन रेंज के वन दारोगा प्रदीप सक्सेना के अनुसार अप्रैल से सितंबर तक आसन झील में स्थानीय परिंदों की ब्रीडिंग और चूजों की परवरिश का समय होता है। जैसे ही विदेशी परिंदों के प्रवास का समय नजदीक आता है, स्थानीय प्रजाति के नन्हें परिंदे आसमान में स्वच्छंद विचरण करने लगते हैं।
आसन वेटलैंड में पक्षियों की ये प्रजातियां मौजूद
विकासनगर : आसन रामसर साइट 444 हेक्टेयर में फैली है। 25 हजार क्यूसेक पानी की क्षमता वाली आसन झील में वर्तमान में स्पाट बिल डक, लिटिल कोरमोरेंट, ई ग्रेट, नाइट हेरोन, व्हाइट ब्रेस्टेड वाटर हेन, किंगफिशर, स्विफ्ट, मार्टिन, ब्लैक काइट, हिमालयन बुलबुल, पेंटेड स्टार्क, प्रीनिया, ग्रीन बी इटर, व्हाइट ब्रोड वेक्टेल, स्विप्ट स्वैलो, रोबिन, फ्लाईकेचर, रीवर लेपविंग, रेड वेंटेड लेपविंग, रेड स्टार्ट, इंडियन कोरमोरेंट, नाइट हेरोन, पर्पल हेरोन, किंगफिशर, व्हाइड थ्रोटेड किंगफिशर, कामन मोरहेन आदि प्रजातियों के परिंदे मौजूद हैं।
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