सरकार लाई महिलाओं के लिए नई योजना, International Women's Day पर हो रही लांच; मंत्रीजी बनेंगी पहली सवारी
Mahila Sarthi Yojana उत्तराखंड सरकार की महत्वाकांक्षी महिला सारथी योजना शनिवार यानी 8 मार्च को शुरू होगी। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर विधवा और परित्यक्ता महिलाओं को वाहन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा और उन्हें निशुल्क वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें स्वावलंबी बनाना है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। Mahila Sarthi Yojana: उत्तराखंड में महिलाओं को सशक्त करने के लिए सरकार की महत्वाकांक्षी महिला सारथी योजना अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आठ मार्च को शुरू की जाएगी।
इस योजना के पहले प्रथम सप्ताह जनजागरूकता के लिए महिलाओं को इस योजना के तहत चलने वाले वाहनों में निश्शुल्क सफर कराया जाएगा। महिला सशक्रीकरण मंत्री रेखा आर्या महिला सारथी की पहली सवारी बनेंगी। इस योजना की शुरुआत 10 ई-स्कूटी, दो आटो रिक्शा और दो ई-टैक्सी कार से की जा रही है।
बनाए जा रहे ड्राइविंग लाइसेंस
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर, विधवा अथवा परित्यक्ता महिलाओं को इस योजना में प्राथमिकता दी जा रही है। उनके ड्राइविंग लाइसेंस भी बनाए जा रहे हैं। इस योजना की शुरुआत महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री के कैंप कार्यालय से की जाएगी। वह स्वयं आइआरडीटी हाल सर्वे चौक तक इन्हीं वाहनों से पहुचेंगी।
इसके बाद आइआरडीटी सभागार में इस योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के लिए वाहनों की व्यवस्था एक संस्था के सीएसआर फंड से की गई है। पहले छह माह तक पायलट प्रोजेक्ट के बेहतर परिणाम आने पर इसेे अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा।
इन वाहनों के संचालन के लिए एक मोबाइल एप भी बनाया गया है, जो अन्य आनलाइन बुकिंग करने वाली एप के समान ही है।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या। जागरण आर्काइव
इन महिलाओं को प्राथमिकता
सारथी परियोजना में ऐसी महिलाओं को प्राथमिकता मिलेगी, जो आर्थिक रूप से कमजोर, विधवा एवं परित्यक्ता हों। महिलाओं के लिए वाहन की व्यवस्था कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड और निर्भया योजना फंड से की जानी प्रस्तावित है। इसमें लाभार्थी महिला को पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि वाहनों में महिला चालकों की सुरक्षा के दृष्टिगत कई प्रविधान किए गए हैं। इन वाहनों की नियमित रूप से जीपीएस ट्रेकिंग की जाएगी ताकि महिला चालक को किसी भी सुरक्षा संबंधी समस्या होने पर तुरंत मदद मिल सके। इस योजना में पुलिस व परिवहन विभाग को भी शामिल किया गया है।
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