Move to Jagran APP

उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने CM त्रिवेंद्र रावत पर कसा तंज, कहा- भटक गए हैं गैरसैंण को लेकर

Former CM Harish Rawat पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने गैरसैंण को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पवित्र सैन्य धाम को लेकर कुछ अच्छी बातें कहते-कहते मुख्यमंत्री गैरसैंण को लेकर भटक गए।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 07:55 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 07:55 AM (IST)
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने CM त्रिवेंद्र रावत पर कसा तंज, कहा- भटक गए हैं गैरसैंण को लेकर
उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने CM त्रिवेंद्र रावत पर कसा तंज।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने गैरसैंण को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पवित्र सैन्य धाम को लेकर कुछ अच्छी बातें कहते-कहते मुख्यमंत्री गैरसैंण को लेकर भटक गए। इंटरनेट मीडिया पर शनिवार देर शाम अपनी पोस्ट में हरीश रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें और उनकी पार्टी को गैरसैंण को राज्य की राजधानी के रूप में रूल्ड आउट करने का हक नहीं है। उनकी पार्टी भी गैरसैंण पर भटक गई है तो सुधारिये।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि गैरसैंण उत्तराखंड के लिए एक संभावना है। जो पलायन मैदानी क्षेत्रों के भीतर, शहरों में श्रम के रूप में परिवर्तित होते देख रहे हैं, इन सबका निदान केवल गैरसैंण है। नारसन से जसपुर तक और भटवाड़ी से लेकर मुनस्यारी तक गैरसैंण से नई योजनाएं पैदा होती हैं। नए क्षेत्र विकास के लिए तरक्की करेंगे। नीचे जहां हमारे पास भूमि उपलब्ध थी, वे सब क्षेत्र सेचुरेट हो गए हैं। नई संभावनाएं तलाशनी हैं। अपने नौजवान युवाओं के लिए तो केवल गैरसैंण के साथ हो सकता है।

प्रदेश सह प्रभारी वर्मा का जिलों का दौरा आज से

भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तराखंड की प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा 24 से 27 जनवरी तक जिलों का दौरा कर पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगी। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान के अनुसार प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा रविवार को चंपावत, 25 जनवरी को उधमसिंहनगर, 26 जनवरी को नैनीताल और 27 जनवरी को हरिद्वार जिले का दौरा करेंगी। इस दौरान वह मंडल अध्यक्षों के साथ ही संबंधित जिलों में रहने वाले प्रांतीय पदाधिकारियों, मोर्चा, प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों से भी संवाद करेंगी। वह जिलों के पंचायत व निकायों के जनप्रतिनिधियों से भी विचार-विमर्श करेंगी।

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड सचिवालय संघ चुनाव: दीपक जोशी की अध्यक्ष पद पर लगातार तीसरी जीत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.