गैरसैंण कमिश्नरी की घोषणा कांग्रेस को नहीं आ रही रास, सदन के भीतर और बाहर किया विरोध
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की गैरसैंण कमिश्नरी की घोषणा कांग्रेस को रास नहीं आ रही है। कांग्रेस ने सदन के भीतर और बाहर इसका विरोध किया। उसका कहना है कि यह घोषणा लोकलुभावन और राजनीतिक लाभ लेने के इरादे से की गई है।
राज्य ब्यूरो, गैरसैंण। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की गैरसैंण कमिश्नरी की घोषणा कांग्रेस को रास नहीं आ रही है। कांग्रेस ने सदन के भीतर और बाहर इसका विरोध किया। उसका कहना है कि यह घोषणा लोकलुभावन और राजनीतिक लाभ लेने के इरादे से की गई है। गैरसैंण को कमिश्नरी बनाने से कई विसगतियां पैदा होंगी। इससे बेहतर तो यह होता कि सरकार गैरसैंण को जिला बनाती।
सदन में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने गैरसैंण कमिश्नरी की घोषणा का विरोध करते हुए कहा कि कमिश्नरी का स्वरूप विसंगतिपूर्ण है। कुमाऊं मंडल से अल्मोड़ा जिले को अलग कर देना किसी के गले नहीं उतर रहा। अल्मोड़ा कुमाऊं का सांस्कृतिक दिल है और उसके बिना कुमाऊं की कल्पना नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड गठन के वक्त भी विशेषज्ञ कमिश्नरी की अवधारणा के खिलाफ थे। जानकार भी नई कमिश्नरी की घोषणा से हैरान व असहमत हैं। बेहतर होता कि सरकार गैरसैंण का जिला बनाती, जिससे आमजन को फायदा होता। उन्होंने कहा कि कमिश्नरी की घोषणा का कोई औचित्य नहीं है। सरकार को इस पर पुनॢवचार करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने जाना आर्य व धामी का हालचाल
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और कांग्रेस विधायक हरीश धामी को फोन कर उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने दोनों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। कैबिनेट मंत्री आर्य और विधायक धामी का स्वास्थ्य खराब है।
मुख्यमंत्री से की भेंट
शुक्रवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज व वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत तथा विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन ने शिष्टाचार भेंट की।
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