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    उत्तराखंड: चुनाव नजदीक तो बढ़ा इंटरनेट मीडिया का प्रयोग, मतदाताओं तक पहुंच रहे दल और दावेदार

    By Raksha PanthriEdited By:
    Updated: Mon, 13 Dec 2021 11:37 AM (IST)

    Uttarakhand Assembly Elections 2022 आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए विभिन्न दल और दावेदार मतदाताओं तक पहुंच बनाने को इंटरनेट मीडिया का सहारा ले रहे हैं। विशेष रूप से वाट्सएप और फेसबुक इस समय इंटरनेट मीडिया के वे दो प्लेटफार्म हैं जिनके जरिये सबसे अधिक प्रचार किया जा रहा है।

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    उत्तराखंड: चुनाव नजदीक तो बढ़ा इंटरनेट मीडिया का प्रयोग।

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Assembly Elections 2022 इंटरनेट मीडिया के बढ़ते प्रयोग का असर अब चुनावों में भी नजर आने लगा है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए विभिन्न दल और दावेदार मतदाताओं तक पहुंच बनाने को इंटरनेट मीडिया का सहारा ले रहे हैं। विशेष रूप से वाट्सएप और फेसबुक इस समय इंटरनेट मीडिया के वे दो प्लेटफार्म हैं, जिनके जरिये सबसे अधिक प्रचार किया जा रहा है।

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    प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए सभी राजनीतिक दल और दावेदार तैयारियों में जुट गए हैं। पोस्टर व बैनर के जरिये मतदाता तक पहुंच बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इसके साथ ही प्रचार के लिए राजनीतिक दलों ने इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है। इसके लिए दो अलग-अलग व्यवस्था चल रही हैं। राजनीतिक दलों ने अपने इंटरनेट मीडिया सेल बना रखे हैं, जो इंटरनेट मीडिया के विभिन्न माध्यमों से पार्टी की रीति-नीतियों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।

    इसके साथ ही वे नए सदस्य बनाने की मुहिम चलाए हुए हैं। इन दलों से टिकटों के दावेदार भी इंटरनेट मीडिया के जरिये अभी से मतदाताओं तक अपनी पहुंच बना रहे हैं। वे वाट्सएप और फेसबुक के जरिये मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं। इसके लिए अपने फेसबुक पेज और वाट्सएप ग्रुप भी बनाए गए हैं। विशेष यह कि इसमें दावेदारों ने पार्टी का चुनाव चिह्न और विधानसभा क्षेत्र का भी जिक्र किया हुआ है, जिसमें वे स्थानीय मुद्दों को उठाते हुए सरकार आने पर उनके निस्तारण करने का दावा भी कर रहे हैं।

    पार्टी के वादे किए जा रहे प्रचारित

    इस समय भाजपा, कांगेस, आप, सपा और उक्रांद इंटरनेट मीडिया में सक्रिय हैं। इन पार्टियों ने विधानसभा से लेकर वार्ड स्तर तक एक से अधिक वाट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं। इन ग्रुप में पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी देने के साथ ही क्षेत्रीय समस्याओं को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। इसके साथ ही सत्ता में आने पर पार्टी किन मुद्दों पर काम करेगी, इसे भी प्रचारित किया जा रहा है।

    दावेदार भी स्थानीय मुद्दों पर कर रहे प्रचार

    राजनीतिक दलों के अलावा टिकटों के दावेदार और निर्दलीय उतरने के इच्छुक दावेदारों ने भी विधानसभा स्तर के वाट््स एप ग्रुप और फेस बुक पेज बनाए हैं। इसमें दावेदारों ने पिछले पांच साल में विधानसभा क्षेत्र के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी तो दी ही है, साथ ही भविष्य की रणनीति भी साझा की है। इसके अलावा पार्टी की रीति-नीतियों की जानकारी भी इनके माध्यम से दी जा रही हैं।

    मोबाइल मैसेजिंग पर भी चल रहा जोर

    इंटरनेट मीडिया के साथ ही दावेदारों का जोर मोबाइल से मैसेज करने पर भी हैं। इसके लिए पार्टी व दावेदार विभिन्न टेली कंपनियों के डाटा एकत्र कर रहे हैं। इनमें प्रत्याशी छोटे-बड़े पर्व की शुभकामनाएं देकर अपना नाम मतदाताओं तक पहुंचा रहे हैं।

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