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उपनल कर्मचारी बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर, तीन दिन बाद आवश्यक सेवाएं भी करेंगे ठप

उपनल कर्मचारियों के तेवर अब और तल्ख हो गए हैं। सरकार व शासन के रुख से खफा कर्मचारियों ने आज यानी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया गया है। अगले तीन दिन में मांगों पर कोई कार्रवाई न होने पर वह सभी आवश्यक सेवाएं भी ठप कर देंगे।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 07:55 PM (IST)Updated: Tue, 23 Feb 2021 09:54 PM (IST)
सरकार व शासन के रुख से खफा कर्मचारियों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया गया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उपनल कर्मचारियों के तेवर अब और तल्ख हो गए हैं। सरकार व शासन के रुख से खफा कर्मचारियों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया गया है। अगले तीन दिन में मांगों पर कोई कार्रवाई न होने पर वह सभी आवश्यक सेवाएं भी ठप कर देंगे। 

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दरअसल, उपनल कर्मचारी पिछले दो दिन से कार्य बहिष्कार पर हैं, पर सरकार व शासन के किसी नुमाइंदे ने उनसे बात नहीं की। ऐसे में उन्होंने अब आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले तमाम विभागों के कर्मचारी नियमितीकरण की अपनी मांग को लेकर एकता विहार स्थित धरना स्थल पर कार्य बहिष्कार पर रहे। दूसरे दिन प्रदेश के विभिन्न राजकीय संगठनों ने धरनास्थल पर पहुंचकर उन्हें समर्थन दिया। 

इनमें राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष ठाकुर प्रहलाद सिंह, ऑल इंडिया गवर्नमेंट ड्राइवर कॉन्फेडरेशन के महासचिव संदीप कुमार मौर्य, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रताप सिंह पंवार, उत्तराखंड सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी, विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष इंसारुल हक व ऊर्जा कामगार संगठन के अध्यक्ष राकेश शर्मा शामिल रहे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार उपनल कर्मियों की मांग पर कार्रवाई नहीं करती है तो वह भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे। महासंघ के मुख्य संयोजक महेश भट्ट ने कहा कि सरकार उपनल कर्मचारियों की मांगों पर विचार ही नहीं करना चाहती है। 

प्रदेशभर के कर्मचारी दो दिन से कार्य बहिष्कार पर हैं, पर सरकार की ओर से वार्ता की कोई पहल नहीं की गई। ऐसे में सिवाय आंदोलन तेज करने के अब कोई रास्ता नहीं बचा है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी, प्रदेश महामंत्री हेमंत रावत, पूर्व अध्यक्ष दीपक चौहान, भावेश जगूड़ी, विद्यासागर धस्माना, विनोद गोदियाल, हरीश कोठारी, हिमांशु जुयाल, नरेश शाह, दिनेश रावत आदि उपस्थित रहे। 

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