बिजली का बिल बचाने के लिए UPCL ने सुझाया रास्ता, लगेगा सही हिसाब और रहेगी ट्रांसपेरेंसी
उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 25 किलोवाट से अधिक बिजली लोड वाले उपभोक्ताओं से पावर फैक्टर सुधारने की अपील की है। स्मार्ट मीटरिंग से सही बिजली खपत का पता चल रहा है इसलिए सही कैपेसिटर बैंक लगाना जरूरी है। ऑटोमैटिक मोड में चलाने और रिएक्टिव एनर्जी का संतुलन बनाए रखने से बिजली का उपयोग कुशल सुरक्षित और बिल पारदर्शी बनेगा।

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून । उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) ने 25 किलोवाट से अधिक बिजली लोड वाले उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे पावर फैक्टर को सुधारें और बिजली का इस्तेमाल सही तरीके से करें। इससे बिजली का सही हिसाब लगेगा और बिल भी पारदर्शी बनेगा।
यूपीसीएल ने बताया कि स्मार्ट मीटरिंग प्रणाली से अब यह पता चल रहा है कि उपभोक्ता ने कितनी बिजली इस्तेमाल की। इसलिए जरूरी है कि बड़े उपभोक्ता सही क्षमता का कैपेसिटर बैंक लगाएं। अगर कैपेसिटर छोटा या बड़ा होगा तो पावर फैक्टर गड़बड़ाएगा, जिससे ज्यादा बिजली खर्च होगी और नुकसान भी बढ़ेगा।
निगम ने उपभोक्ताओं को कैपेसिटर बैंक को आटोमैटिक मोड में चलाने की सलाह दी है। इससे कम लोड या बिना लोड की स्थिति में बिजली की अनावश्यक खपत रोकी जा सकेगी। स्मार्ट मीटर अब एक्टिव और रिएक्टिव पावर दोनों का हिसाब रखते हैं, इसलिए रिएक्टिव एनर्जी का संतुलन बनाए रखना जरूरी है, वरना इसका सीधा असर बिल पर पड़ेगा।
यूपीसीएल के निदेशक (परिचालन) एमआर. आर्य ने कहा कि उपभोक्ता सुझाए गए उपायों को अपनाकर बिजली का उपयोग अधिक दक्ष, सुरक्षित और पारदर्शी बना सकते हैं। इससे सटीक बिलिंग हो सकेगी।
उपभोक्ताओं को होंगे फायदे
- बिजली का सही और पारदर्शी बिल बनेगा
- पावर फैक्टर सुधरने से मशीनों और उपकरणों की कार्यक्षमता बढ़ेगी
- बिजली की बर्बादी कम होगी और आपूर्ति प्रणाली स्थिर होगी
- बिजली की गुणवत्ता और वोल्टेज बेहतर होगी
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