UKSSSC Paper Leak मामले में CBI ने की कार्रवाई, मास्टरमाइंड समेत तीन के विरुद्ध फाइल की चार्जशीट
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में सीबीआइ ने तीन आरोपितों के विरुद्ध आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया है। सीबीआइ ने सहा ...और पढ़ें

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में सीबीआइ ने तीन आरोपितों के विरुद्ध आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया है।
सीबीआइ की ओर से शहीद हंसा धनाई राजकीय महाविद्यालय, अगरोड़ा (धर मंडल) टिहरी गढ़वाल की सहायक प्रोफेसर सुमन, मास्टरमाइंड मोहम्मद खालिद और उसकी बहन साबिया के खिलाफ सख्त नकल विरोधी कानून की धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया है। सीबीआइ की जांच में कुछ और नकलमाफिया पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक सकती है।
21 सितंबर 2025 को यूकेएसएसएससी की ओर से स्नातक स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा आयोजित की गई थी। अभ्यर्थी खालिद ने हरिद्वार के बहादुरपुर जट स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कालेज से पेपर के तीन फोटो आउट किए, जोकि कुछ देर बाद इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गए। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण (ऋषिकेश) जया बलूनी की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया।
एसआइटी की ओर से इंटरनेट मीडिया पर आउट हुए फोटो के सोर्स पता करने पर जनपद टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत महिला सुमन के पास प्रश्नों के फोटोग्राफ्स भेजने की जानकारी मिली। इस पर सुमन को पूछताछ के लिए लाया गया। 22 सितंबर 2025 को रायपुर थाने में आरोपित सुमन, अभ्यर्थी खालिद, उसकी बहन साबिया और हिना के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था।
एसआइटी ने जांच के बाद पेपर लीक के मास्टरमाइंड खालिद व उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया। बेरोजगार संगठन के विरोध प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने धामी ने प्रकरण की जांच सीबीआइ से करवाने के आदेश जारी किए।
जिसके बाद 27 अक्टूबर 2025 को सीबीआइ ने मुकदमा दर्ज कर 28 नवंबर को साबिया को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपित इस समय जेल में बंद हैं। मुकदमा दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने 55 दिन बाद ही कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है।
परीक्षा केंद्र का जायजा लिया
परीक्षा का पेपर लीक मामले में जांच में पाया गया कि मास्टरमाइंड खालिद ने मोबाइल फोन के जरिए परीक्षा केंद्र में परीक्षा पन्नों की तस्वीरें लीं। पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने परीक्षा केंद्र की रेकी की थी। परीक्षा से पहले उसने दो बार परीक्षा केंद्र का जायजा लिया और उसने मोबाइल फोन छिपाया था। फिर उसने उन पन्नों की तस्वीरें, अपनी बहन सबिया को भेजीं, जो आगे उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भेजी थी।
हाकम सिंह की भूमिका की हो रही जांच
पेपर लीक प्रकरण में परीक्षा से एक दिन पहले दून पुलिस व एसटीएफ ने हाकम सिंह और उसके साथी को भी गिरफ्तार किया था। हाकम सिंह पर आरोप था कि वह इस परीक्षा में गड़बड़ी करा सकता है। सूत्रों के अनुसार सीबीआई हाकम सिंह के संबंध में जांच कर रही है। हाकम सिंह पूर्व में कई परीक्षाओं में नकल करवाने के मामले में जेल जा चुका है।

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