Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Citizenship Amendment Act: सीएए खिलाफ उतरी यूकेडी, भाजपा पर बोला हमला

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Tue, 24 Dec 2019 05:13 PM (IST)

    सीएए को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल भी भाजपा पर हमलावर हो गया है। उक्रांद के नेताओं का कहना है कि देश में अपने घटते जनाधार को देखते हुए भाजपा सरकार ने सीएए लागू किया है।

    Citizenship Amendment Act: सीएए खिलाफ उतरी यूकेडी, भाजपा पर बोला हमला

    देहरादून, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल भी भाजपा पर हमलावर हो गया है। उक्रांद के नेताओं का कहना है कि देश में अपने घटते जनाधार को देखते हुए भाजपा सरकार ने सीएए लागू किया है। कहा कि उत्तराखंड में भी सीएए के नकरात्मक परिणाम सामने आएंगे। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोमवार को कहचरी रोड स्थित पार्टी कार्यालय में दल के संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार ने कहा कि सीएए जैसा कानून लाना भाजपा सरकार की बौखलाहट दिखाता है। भाजपा का जनाधार कम हो रहा है, इसीलिए पार्टी इस तरह के कानून देश पर थोप रही है। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद से ही केंद्र सरकारों ने उत्तराखंड को एक उपनिवेश की तरह इस्तेमाल किया है। 

    पलायन, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं सुलझाने के बजाय शराब, खनन और भू-संपदा की लूट से राज्य को खोखला करने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्यवासियों को नोटबंदी और जीएसटी याद रखनी चाहिए। जिसकी वजह से देश में अराजकता और अनिश्चितता का माहौल बना गया था। लोगों को नुकसान उठाना पड़ा। नोटबंदी के बाद भी आतंकवाद की कमर नहीं टूटी। इसके बजाय देश को पुलवामा जैसे हमले झेलने पड़े। जीएसटी में भी अभी तक केंद्र सरकार अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो पाई है। 

    देश की अर्थव्यवस्था दिनोदिन गिरती जा रही है। केंद्र सरकार आर्थिक सिस्टम को ठीक करने की बजाय सीएए जैसे कानून लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि देश को इस कदम से फायदे के बजाय नुकसान होने का अंदेशा ज्यादा है। इसलिए उत्तराखंड क्रांति दल सीएए का विरोध करेगा। पत्रकार वार्ता में बीडी रतूड़ी भी मौजूद रहे। 

    पार्क की दुर्दशा पर बिफरा उक्रांद 

    उत्तराखंड क्रांति दल ने स्व. इंद्रमणि बडोनी के नाम पर अजबपुर में बने पार्क की दुर्दशा पर नाराजगी जताई है। इस मामले को लेकर दल के महानगर अध्यक्ष सुनील ध्यानी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को नगर निगम के महापौर सुनील उनियाल गामा व नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। कहा कि स्व. बडोनी के नाम पर बने पार्क की स्थिति दयनीय बनी हुई है। पार्क में अवैध रूप से व्यवसायिक वाहन पार्क रहते हैं। पार्क में गंदगी का अंबार है। कहा कि यह पर्वतीय गांधी के नाम से पहचान रखने वाले स्व. बडोनी का अपमान है। 

    यूकेडी कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस संदर्भ में कई मर्तबा शासन-प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अब तक पार्क की स्थिति जस की तस बनी हुई है। मांग की है कि इस पार्क का निर्माण नए सिरे से किया जाए। निर्माण के लिए एक माह की समय सीमा निर्धारित करने की मांग भी उन्होंने की है। इस पर महापौर ने आश्वासन दिया कि वह खुद पार्क का निरीक्षण कर रखरखाव के संर्दभ में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में धर्मेंद्र कठैत, अशोक नेगी, विजेंद्र रावत, खुशहाल बोरा आदि शामिल रहे। 

    यह भी पढ़ें: Citizenship Amendment Act: सीएए के समर्थन में अभाविप ने निकाली आभार रैली Dehradun News

    मॉब लिंचिंग के खिलाफ चलेगा हस्ताक्षर अभियान 

    अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) देश में बढ़ रही मॉब लिंचिंग के खिलाफ जनता और खासकर महिलाओं के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजेगी। यह निर्णय सोमवार को महिला समिति की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता उपाध्यक्ष इंदू नौटियाल ने की। इस दौरान सीएए और एनआरसी का विरोध करते हुए इन्हें वापस लेने की मांग की गई। साथ ही सीएए का विरोध कर रहे छात्रों और आम लोगों के उत्पीड़न की निंदा की गई।

    यह भी पढ़ें: Citizenship Amendment Act: सीएए और एनआरसी के विरोध में एनएसयूआइ का प्रदर्शन Dehradun News

    इंदू नौटियाल ने बताया कि मुंबई में होने वाले समिति के 12वें अखिल भारतीय सम्मेलन में राज्य से पांच प्रतिनिधि शामिल होंगे। सम्मेलन 27 से 30 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसमें वर्तमान राजनीतिक स्थिति सहित महिलाओं के मुद्दों पर चर्चा होगी और भविष्य के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। बैठक में प्रांतीय महामंत्री दमयंती नेगी, नुरैशा अंसारी, चंदा ममगाईं आदि मौजूद रहीं।

    यह भी पढ़ें: Citizenship Amendment Act: सीएए के समर्थन में कई संगठनों ने निकाला शांति मार्च