Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राजू बॉक्सर की हत्या के आरोपितों को पुलिस ने भेजा जेल

    By Sumit KumarEdited By:
    Updated: Fri, 29 Jan 2021 11:17 PM (IST)

    प्रॉपर्टी डीलर राजेंद्र पुंडीर उर्फ राजू बॉक्सर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए चारों व्यक्तियों को पुलिस ने शुक्रवार को दोपहर तीन बजे कोर्ट के समक्ष पेश किया। यहां से चारों आरोपितों को जेल भेज दिया गया।

    Hero Image
    कोर्ट में पेश करने के बाद चारों आरोपितों को जेल भेज दिया गया।

    जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रॉपर्टी डीलर राजेंद्र पुंडीर उर्फ राजू बॉक्सर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए चारों व्यक्तियों को पुलिस ने शुक्रवार को दोपहर तीन बजे कोर्ट के समक्ष पेश किया। यहां से चारों आरोपितों को जेल भेज दिया गया। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि बुधवार रात विनय कांबोज और अनिकेत कांबोज ने अजबपुर में माता मंदिर रोड पर एक प्लॉट के बाहर राजू बॉक्सर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही इस हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए राजू बॉक्सर को गोली मारने वाले विनय व अनिकेत के अलावा इस हत्याकांड की साजिश रचने वाले कांग्रेस नेता शावेज खान और एक अन्य आरोपित फरीद खान को गिरफ्तार कर लिया था। विनय, अनिकेत और फरीद के खिलाफ विभिन्न थानों में पहले से मुकदमे दर्ज हैैं। राजू की हत्या शावेज ने प्रॉपर्टी और रुपयों के लेनदेन को लेकर चल रहे विवाद के कारण कराई थी। शावेज प्रॉपर्टी के काम में राजू बॉक्सर का साझेदार था। 

    नेहरू कॉलोनी थाने में तैनात इंस्पेक्टर राकेश गुसांई ने बताया कि राजू बॉक्सर की हत्या करने वाले विनय कांबोज और अनिकेत कांबोज ने उत्तराखंड से फरार होने के लिए शावेज से पांच हजार रुपये मांगे थे। इनमें से उनसे 3900 रुपये बरामद हुए हैं। आरोपितों से हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल और स्कूटी बरामद होने के कारण पुलिस ने उनकी रिमांड नहीं मांगी। 

    यह भी पढ़ें- हथियारों की तस्करी करते एक गिरफ्तार, पांच तमंचे बरामद

    तीन साल से फरार इनामी  अपराधी गिरफ्तार

    देहरादून: स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने धोखाधड़ी के मामले में तीन साल से फरार इनामी अपराधी को पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया है। वह उत्तराखंड की पुलिस से बचने के लिए नेपाल और उत्तर प्रदेश में छिपता फिर रहा था।

    एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने बताया कि मई 2018 में मुकेश निवासी गजरौला, पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) अपने एक साथी के साथ ऊधमसिंह नगर जिले की ग्राम्य विकास क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के सवा लाख रुपये लेकर फरार हो गया था। मुकेश के साथी को पुलिस ने घटना के कुछ दिन बाद गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, मुकेश की तलाश जारी थी। इसी बीच ऊधमसिंह नगर पुलिस ने उसपर ढाई हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया। बीते दिनों एसटीएफ को सूचना मिली कि मुकेश इन दिनों पीलीभीत में रह रहा है। उसे पकडऩे के लिए एसटीएफ की कुमाऊं यूनिट के प्रभारी निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर उसे पीलीभीत भेजा गया। वहां गुरुवार रात टीम ने उसे गजरौला से गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि मुकेश फिर से कुमाऊं क्षेत्र में आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। इसके लिए वह योजना बना रहा था। बीते तीन वर्ष में भी उसने कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया।

    यह भी पढ़ें- देहरादून में प्रॉपर्टी के विवाद में हुई थी राजू बॉक्सर की हत्या, चार गिरफ्तार