देवभूमि पर लंबे समय से रही है आतंकियों की नजर, 2016 में उड़ी थी खुफिया एजेंसियों की नींद
उत्तराखंड लंबे समय से आतंकियों के निशाने पर है। भारतीय मिलिट्री अकादमी समेत सूबे के कई धार्मिक स्थलों को उड़ाने की धमकी कई बार मिल चुकी है। ...और पढ़ें

देहरादून, जेएनएन। देवभूमि उत्तराखंड लंबे समय से आतंकियों के निशाने पर है। भारतीय मिलिट्री अकादमी समेत सूबे के कई धार्मिक स्थलों को उड़ाने की धमकी कई बार मिल चुकी है। वर्ष 2016 में अर्धकुंभ के दौरान हरकी पैड़ी (हरिद्वार) पर भी आतंकी हमले की धमकी मिली थी। इस दौरान आइएसआइएस के स्लीपर सेल का भी पता चला था और चार संदिग्ध पकड़े भी गए थे। इन सब के बावजूद राहत की बात यह रही कि पुलिस, प्रशासन और खुफिया तंत्र की सतर्कता से कोई अनहोनी नहीं हुई।
दून में आइएमए, एलबीएस प्रशासनिक अकादमी, आइआरडीई समेत तमाम केंद्रीय संस्थान है, जिस कारण आतंकियों की इन पर नजर रहती है। कई बार इन संस्थानों को उड़ाने की धमकी दी जा चुकी है, लेकिन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के चलते ये धमकियां कभी हकीकत साबित नहीं हो सकीं। वर्ष 2009 में आतंकी रिचर्ड हेडली उत्तराखंड भी आया था। इस दौरान उसने दून व मसूरी के दो नामी स्कूलों की रेकी की थी। इन स्कूलों में देश-विदेश के कई प्रतिष्ठित घरानों के बच्चे पढ़ते हैं। इसी साल हिजबुल मुजाहिद्दीन का एक कमांडर पटेलनगर से गिरफ्तार हुआ था।
पश्चिमी उप्र में भूमिगत है पाक से आया संदिग्ध: 2015 में खुफिया एजेंसियों के होश उड़ाने वाली एक और खबर सामने आई थी। पता चला था कि आतंकी संगठनों से ताल्लुक रखने वाला एक युवक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक जिले में रह रहा है। सुरक्षा एजेसियां उसे खोजकर थक चुकी हैं, लेकिन आज तक उसका कोई अता-पता नहीं है।
कुंभ को लेकर बढ़ाई गई सतर्कता
दिल्ली में आइएसआइएस के आतंकी की गिरफ्तारी के बाद उत्तराखंड में भी खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। उसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इन दिनों चार धाम यात्रा चल रही है और कुछ महीनों बाद हरिद्वार में कुंभ होना है। हालांकि दिल्ली में पकड़े गए आतंकी से जो सुराग मिले हैं, उसके अनुसार दिल्ली ही उनके निशाने पर थी। माना यह भी जा रहा है कि इसे सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान भटकाना भी माना जा सकता है। साथ ही यह रिहर्सल का अंग भी हो सकता है।
देश मे सक्रिय है पैन इंडिया माड्यूल
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में पकड़ा गया आतंकी पैन इंडिया माड्यूल का हिस्सा हो सकता है, जिसका काम न केवल दिल्ली, बल्कि देश के कई शहरों में हमले का प्लान करना था। आतंकी ठिकाने से जांच टीम को भारी मात्र में गन पाउडर भी बरामद हुआ है, यह गन पाउडर इतना ताकतवर होता है कि सैकड़ों की जान ले सकता है। जांच में यह भी सामने आया है कि इन आतंकियों को स्लीपर सेल की तरह ही इस्तेमाल किया जा रहा था।
पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून अशोक कुमार ने बताया कि दिल्ली में संदिग्ध आतंकी के पकड़े जाने की सूचना के बाद उत्तर प्रदेश, हिमाचल से लगती सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। चार धाम यात्र और हरिद्वार कुंभ के दौरान सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। फिलहाल, खुफिया एजेंसियों से फरार चल रहे आतंकियों के बारे में भी इनपुट लिया जा रहा है।
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सोशल मीडिया भी राडार पर
दिल्ली में गिरफ्तार मोहम्मद मुस्तकीम खान उर्फ अबू यूसुफ खान उर्फ यूसुफ खान के बारे में खुफिया एजेंसियों को सोशल मीडिया के जरिये लीड मिली थी। यह आइएसआइएस के आइएसकेपी का चीफ ऑफ इंडिया ऑपरेशन था। इसने आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए ग्रुप बना रखा था, जिसके कई सदस्य अभी फरार हैं और चिंता की बात यह है कि ये सभी दिल्ली व आसपास के राज्यों में छिपे हो सकते हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां यह जानने में जुटी हैं कि आतंकी संगठन के निशाने पर और कौन से शहर और स्थान हैं।

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