Move to Jagran APP

अगले वर्ष 2550 करोड़ होगा आबकारी का लक्ष्य

आबकारी महकमा वर्ष 2018-19 में आबकारी के लक्ष्य को बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत अगले वर्ष के लिए यह लक्ष्य 2550 करोड़ रखने की तैयारी चल रही है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 04 Feb 2018 10:48 AM (IST)Updated: Sun, 04 Feb 2018 09:04 PM (IST)
अगले वर्ष 2550 करोड़ होगा आबकारी का लक्ष्य
अगले वर्ष 2550 करोड़ होगा आबकारी का लक्ष्य

loksabha election banner
v>देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: आबकारी महकमा वर्ष 2018-19 में आबकारी के लक्ष्य को बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत अगले वर्ष के लिए यह लक्ष्य 2550 करोड़ रखने की तैयारी चल रही है। इस वर्ष विभाग अभी अपने लक्ष्य से पीछे चल रहा है। हालांकि, विभाग को उम्मीद है कि मार्च अंत तक वह इस वर्ष के दिए गए राजस्व लक्ष्य 2310 करोड़ के करीब पहुंच जाएगा।
शनिवार को मंथन सभागार में अपर मुख्य सचिव रणवीर सिंह ने आबकारी महकमे के अधिकारियों संग बैठक की। बैठक में अगले वित्तीय वर्ष में लाई जाने वाली आबकारी नीति पर चर्चा हुई। बैठक में बताया गया कि इस वर्ष महकमे ने विगत वर्ष की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक राजस्व दिया है। अभी भले ही विभाग निर्धारित लक्ष्य 2310 करोड़ से पीछे चल रहा है लेकिन मार्च अंत तक 2300 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। 
इसके लिए सभी आबकारी अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए। बैठक में अगले वित्तीय वर्ष के आबकारी के राजस्व लक्ष्य पर भी चर्चा हुई। 
यह सहमति बनी कि अगले वर्ष यह लक्ष्य 240 करोड़ बढ़ाकर 2550 करोड़ रखा जाए। इसके लिए शराब के विभिन्न ब्रांडों की कीमतों में वृद्धि के साथ ही लाइसेंस शुल्क आदि में एक निश्चित बढ़ोत्तरी पर भी मंथन किया गया। बैठक में जिला आबकारी अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए गए। 
अपर मुख्य सचिव आबकारी डॉ. रणवीर सिंह ने कहा कि बैठक में नई आबकारी नीति पर चर्चा हुई है। राजस्व कितना बढ़ाया जाए इस पर भी मंथन हुआ। अभी विचार इस लक्ष्य को 2550 करोड़ रुपये रखने का है। उन्होंने कहा कि विभाग इस वित्तीय वर्ष में 2300 करोड़ का लक्ष्य हासिल कर लेगा। 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.