Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Coronavirus: कोरोना से बचाव को सामान खरीदते वक्त बरतें सावधानी, पैसे को भी करें सेनिटाइज

    By Bhanu Prakash SharmaEdited By:
    Updated: Sat, 28 Mar 2020 10:36 AM (IST)

    कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर सामान खरीदते वक्त ग्राहकों के साथ ही दुकानदार को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। दुकानदार जो पैसा वापस लौटाए उसे सेनिटाइज करके ही पर्स में रखें।

    Coronavirus: कोरोना से बचाव को सामान खरीदते वक्त बरतें सावधानी, पैसे को भी करें सेनिटाइज

    देहरादून, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर सामान खरीदते वक्त ग्राहकों के साथ ही दुकानदार को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। यदि नकद खरीदारी कर रहे हों तो खरीदारी के बाद दुकानदार जो पैसा वापस लौटाए, उसे सेनिटाइज करने के बाद ही पर्स में रखें। साथ ही तत्काल हाथों को सेनिटाइज करें या साबुन से धोएं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्वास्थ्य विभाग की ओर से आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी करते समय अपनाई जाने वाली सावधानी के मद्देनजर जारी की गई एडवाइजरी में यह सलाह दी गई हैं। एडवाजरी में लोगों से कहा गया है कि खरीदारी करते वक्त प्रत्येक व्यक्ति दूसरे से कम से कम दो मीटर की दूरी बनाए रखे। सामान खरीदने और बिल अदा करने के बाद तुरंत हाथों को सेनिटाइज करें। 

    ऑनलाइन पेमेंट करने को तवज्जो दें। यदि कार्ड के जरिये भुगतान कर रहे हैं कॉर्ड को सेनिटाइज करने के बाद ही पर्स में रखें। ये भी कहा गया है कि खरीदी गई फल-सब्जी को गर्म पानी में धोने के बाद ही उपयोग में लाएं। दुकानदारों को सलाह दी गई है कि वे दुकानों में भीड़ इकट्ठी न होने दें और ग्राहकों को दो-दो मीटर की दूरी पर खड़ा होने को कहें। उन्हें सामग्री भी कम से कम दो मीटर की दूरी से दें। 

    ग्राहकों से पैसा लेते वक्त उसे ऐसी जगह पर रखें, जहां उसे सेनिटाइज किया जा सके। साथ ही मॉस्क पहनें। दुकानदारों को दुकान के बाहर वॉश बेसिन की व्यवस्था करने, लोगों को कार्ड से भुगतान को प्रेरित करने, स्वैप मशीन को हर ट्रांजेक्शन के बाद सेनिटाइज करने की सलाह भी दी गई है। बेसहारा लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने वालों के लिए भी एडवाइजरी में कई सलाह दी गई हैं। 

    कहा गया है कि बेसहारा लोगों के लिए ऐसे व्यक्ति को ही भोजन बनाने का कार्य सौंपा जाए, जो किसी बीमारी से ग्रसित न हो। साथ ही भोजन पकाने वाला व्यक्ति सिर पर टोपी, मुंह पर मॉस्क और हाथों पर दस्ताने पहनना सुनिश्चित करे। भोजन उपलब्ध कराने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोया जाए और दो-दो मीटर की दूरी पर लोगों को बैठाकर भोजन कराया जाए। साथ ही पंक्ति से पंक्ति की दूरी के बीच कम से कम चार मीटर का फासला अनिवार्य रूप से हो।

    उत्तराखंड में फसल कटाई पर नहीं कोई रोक

    कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के सिलसिले में घोषित लॉकडाउन से रबी की फसल कटाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के अनुसार राज्य में फसल पकने पर इसकी कटाई, तुड़ाई पर कोई रोक नहीं है। सावधानी बरतते हुए किसान गेहूं की फसल की कटाई कर सकते हैं। मौन पालकों के लिए डिब्बे इधर-उधर ले जाने पर भी कोई रोक नहीं है।

    वर्तमान में मैदानी क्षेत्रों में रबी की मुख्य गेहूं की फसल पकने को तैयार है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में इसके लिए अभी वक्त है। इस बीच कोराना को लेकर घोषित लॉकडाउन को देखते हुए किसान असमंजस में थे कि वे फसल कटाई के लिए खेतों में जाएं अथवा नहीं। 

    यह भी पढ़ें: Coronavirus: दिल्ली में फंसे उत्तराखंडियों के लिए सरकार ने जारी किए 50 लाख

    यह असमंजस अब दूर हो गया है। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि राज्य में फसल कटाई पर किसी प्रकार की कोई रोक-टोक नहीं है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि किसानों को अगली फसलें बोने के मद्देनजर खाद, बीज व दवा की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सभी जगह खाद, बीज व दवा की दुकानें खुली रखी गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में सभी एग्री प्रोसेसिंग यूनिटों को खुला रखा गया है, ताकि किसानों के साथ ही उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।

    यह भी पढ़ें: Coronavirus: कोरोना से लड़ने को उत्तराखंड सरकार ने झोंकी ताकत, हर जिले में एक कोविड अस्पताल