Dehradun: घर पर कोई नहीं था, स्मार्ट मीटर लगाने घुस गए कर्मचारी; मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर की शिकायत
देहरादून में स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर विवाद हो रहा है। देहराखास में एक मकान मालिक ने बिना अनुमति मीटर बदलने की शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि कर्मचारियों के पास पहचान पत्र भी नहीं थे। वाणी विहार समेत अन्य क्षेत्रों से भी ऐसी शिकायतें आई हैं। ऊर्जा निगम ने जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डिजिटल बिलिंग शुरू करने से पहले नियामक आयोग से अनुमति ली जाएगी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। देहरादून समेत प्रदेश्भर में ऊर्जा निगम की ओर से स्मार्ट विद्युत मीटर लगाने का कार्य गतिमान है। दून में भी इन दिनों तेजी से घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। लेकिन, इसमें विवाद भी होने लगे हैं।
देहराखास क्षेत्र में एक घर में कोई मौजूद न होने के बावजूद कर्मचारी मीटर बदलने लगे। मकान मालिक के घर पहुंचने पर उन्होंने इसका कड़ा विरोध किया। उनकी अनुमति के बिना उनका मीटर छेड़ने और कर्मचारियों के पास कोई आधिकारिक पहचान पत्र भी न होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी है।
देहराखास निवासी मनोज की ओर से की गई शिकायत के अनुसार, जब उनके घर पर कोई मौजूद नहीं था, तो जीनस कंपनी के कुछ कर्मचारी पहुंचे और बिना अनुमति पुराना मीटर निकालने लगे। यह पूरी घटना उनके घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई, जिसका लाइव एक्सेस उनके मोबाइल पर था।
फुटेज देखकर वह तुरंत घर पहुंचे और विरोध किया, तो कर्मचारियों ने उल्टा उन्हें ही मीटर खराब होने का डर दिखाने की कोशिश की। खास बात यह कि कर्मचारियों के पास कोई पहचान पत्र भी नहीं थे, जिससे उन पर संदेह और गहरा हो गया। मनोज ने इस घटना की जानकारी विद्युत नियामक आयोग को भी दी है और कार्रवाई की मांग की है।
इसी तरह हाल ही में वाणी विहार समेत कई क्षेत्रों से भी बिना अनुमति और पूर्व सूचना के मीटर बदलने की शिकायतें सामने आई हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि पुराने मीटर निकालकर नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जबकि उन्हें पहले से कोई जानकारी नहीं दी जाती।
जवाबदेही और निगरानी के निर्देश
पूर्व में मिली शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ऊर्जा निगम प्रबंधन ने सभी विभागीय अभियंताओं को रिपोर्टिंग और जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य अभियंता को इस पूरे अभियान का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
स्मार्ट मीटर लगाए गए उपभोक्ताओं को फिलहाल फिजिकल बिल जारी किए जा रहे हैं। डिजिटल बिलिंग शुरू करने के लिए विद्युत नियामक आयोग से अनुमति ली जाएगी, ताकि बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता और उपभोक्ता भरोसा कायम रखा जा सके।
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