कोरोना काल हुनर संभालने का वक्त है : शिव खेड़ा
शिक्षाविद् शिव खेड़ा ने कहा कि कोरोना महामारी का यह समय अपने हुनर को निखारने का है। उन्होंने ये बात ग्राफिक एरा के लाइव इंडेक्शन प्रोग्राम में कही।
देहरादून, जेएनएन। शिक्षाविद् शिव खेड़ा ने कहा कि कोरोना महामारी का यह समय अपने हुनर को निखारने का है। बुधवार को ग्राफिक एरा के लाइव इंडेक्शन प्रोग्राम के तीसरे दिन शिव खेड़ा छात्र-छात्राओं को वेबिनार के जरिये संबोधित कर रहे थे।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विजेता की श्रेणी में रखे जाने वाले लोग कुछ अलग नहीं करते, बल्कि वह अलग ढंग से कार्य करते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं को खुली आंखों से सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए पूरे मनोयोग से कार्य करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि ग्राफिक एरा का उद्देश्य छात्रों को सच्चाई के साथ विकास के पथ पर आगे बढ़ने के लिए सदैव प्रेरित करते हैं। अपनी पुस्तक 'यू कैन विन' को लेकर विख्यात शिव खेड़ा ने जिंदगी में खूब पढ़ने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि पुस्तकें मनोवैज्ञानिक बीमारी से बचाती हैं और आगे बढ़ने की राह खोलती हैं। सबको सोच समझकर निर्णय लेना चाहिए।
डॉक्टर का है कहना-सावधानी बरतने में ही भलाई
डॉ. मुकेश सुंद्रियाल (वरिष्ठ फिजिशियन प्रेमनगर अस्पताल) का कहना है कि कोरोना महामारी से निपटने की चुनौतियां लगातार बढ़ रही हैं। हर दिन संक्रमण और संक्रमण से होने वाली मौतों का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। जब तक कोई वैक्सीन नहीं आ जाती या मुकम्मल इलाज की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक सावधानी बरतने में ही भलाई है। मैं अकसर देखता हूं कि कुछ लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसा करके वे अपनी जान को जोखिम में डालने के साथ ही दूसरों को भी खतरे में डाल रहे हैं। बहुत ज्यादा जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें और बाजार, दुकान, कार्यालय और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर शारीरिक दूरी का जरूर ख्याल रखें।
यह भी देखा गया है कि जब दो लोग आपस में बात करते हैं तो अक्सर मास्क उतार देते हैं, जो खतरनाक है। यह सोचना गलत है कि वो मेरा सहकर्मी, मेरा दोस्त या मेरा रिश्तेदार है तो उससे बिना मास्क बात कर सकता हूं। संक्रमण किसी को भी किसी से भी हो सकता है। मास्क लगाते समय नाक को बाहर निकाले रखना भी इसकी उपयोगिता को खत्म कर देता है। ऐसे में इसे लेकर सावधानी बरतें। शरीर को पर्याप्त पोषण मिले इसके लिए अपने भोजन का भी पैटर्न बदलें। अभी के समय में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट समेत सभी प्रकार के पोषक तत्व शरीर को मिलने चाहिए। इसके लिए भारतीय थाली आदर्श है। अच्छा खाने से हमारी इम्युनिटी बढ़ेगी और हम कोरोना से बचे रहेंगे।
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