दून में सात दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी शुरू, संस्कृति मंत्री बोले राज्य में ललित, नाट्य, साहित्य कला को बढ़ावा के लिए किए जा रहे प्रयास
सात दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि लोक निर्माण एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ललित कला नाट्य कला और साहित्य कला को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, देहरादून : आजादी का अमृत महोत्सव के अंर्तगत ललित कला अकादमी, भारत सरकार, संस्कृति मंत्रालय, केएमवीएन और रंगीत आर्ट सेंटर की ओर से आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि लोक निर्माण एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने किया। इस दौरान सतपाल महाराज ने कहा कि देहरादून व मसूरी में इस तरह की प्रदर्शनी के आयोजन होते रहने चाहिए। जिससे पर्यटक उत्तराखंड के इतिहास की झलक देख सकें।
उन्होंने कहा कि वह राज्य में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमेशा कलाकारों को सम्मान देने के पक्ष में रहे हैं। प्रदेश में ललित कला, नाट्य कला और साहित्य कला को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। घंटाघर स्थित एनएचबी कांप्लेक्स में उत्तरा समकालीन कला संग्रहालय (आर्ट गैलरी) में आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी में कलाकारों को संबोधित करते हुए संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले उत्तराखंड के जिन बलिदानियों को हम लोग भूल चुके हैं, चित्रकला प्रदर्शनी के माध्यम से कलाकारों ने उनकी याद दिला दी।
12 जुलाई तक चलेगी राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी
आजादी की लड़ाई में अपना जीवन बलिदान करने वाले उत्तराखंड के महान सपूत चंद्र सिंह गढ़वाली एवं जयानंद भारती के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। बताया गया कि प्रदर्शनी 12 जुलाई तक चलेगी। प्रदर्शनी में देशभर से आए 25 कलाकारों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, वीरांगनाओं, स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम हीरो व उनके योगदान को अपनी कला के माध्यम से कैनवास पर चित्रित किया है।
इस अवसर पर सचिव संस्कृति हरीश चंद्र सेमवाल, निदेशक बीना भट्ट, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कुसुम पांडे, महेश पांडे, साक्षी कोठियाल, पुष्पा रावत, मनोज पांडे, अंशु मोहन समेत अन्य मौजूद रहे।
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