प्रदेश में चारधाम यात्रा में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में यात्री उत्तराखंड आते हैं। प्रदेश सरकार ने चारधाम आने वाले यात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया हुआ है। इसका व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाता है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में ऐसे यात्री भी उत्तराखंड पहुंच जाते हैं जिन्होंने न तो पंजीकरण कराया होता है और न ही आगे जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था।
राज्य ब्यूरो,
देहरादून। प्रदेश में इस वर्ष चारधाम यात्रा पर देश-विदेश से आने वाले यात्रियों की सहायता के लिए चारधाम यात्री सहायता डेस्क (सीजनल हेल्प डेस्क) का गठन किया जाएगा। इसमें पुलिस, पर्यटन व परिवहन समेत विभिन्न विभागों के कार्मिक तैनात किए जाएंगे।
ये हेल्प डेस्क ऋषिकेश के साथ ही हरिद्वार में भी खोली जाएगी। इसका लाभ विशेषकर उन यात्रियों को मिलेगा जो अनजाने में बिना पंजीकरण व बिना वाहनों की बुकिंग किए हरिद्वार अथवा ऋषिकेश तक पहुंच जाते हैं।
यात्रियों की सहायता के लिए बनाई जा रही हेल्प डेस्क
प्रदेश में चारधाम यात्रा में प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में यात्री उत्तराखंड आते हैं। प्रदेश सरकार ने चारधाम आने वाले यात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया हुआ है। इसका व्यापक प्रचार प्रसार भी किया जाता है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में ऐसे यात्री भी उत्तराखंड पहुंच जाते हैं, जिन्होंने न तो पंजीकरण कराया होता है और न ही आगे जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था। इन यात्रियों की सहायता के लिए सम्मिलित हेल्प डेस्क बनाई जा रही है।
इस हेल्प डेस्क का मुख्य कार्य बिना पंजीकरण के पहुंचने वाले यात्रियों का यात्रा के लिए पंजीकरण कराना और पंजीकरण की तिथियों तक उनके लिए धर्मशाला व होटल आदि में बुकिंग कराने में सहयोग करना रहेगा। इसके साथ ही यह हेल्प डेस्क इनको वाहन उपलब्ध कराने में भी मदद करेगी।
अमूमन यह हेल्प डेस्क प्रतिवर्ष ऋषिकेश में बनती है। इस बार इस हेल्प डेस्क को हरिद्वार में भी बनाए जाने की योजना है। इसके लिए अभी स्थान चिह्नित किया जा रहा है। यात्रा शुरू होने से पहले इस हेल्प डेस्क को सक्रिय कर दिया जाएगा।
जगह का किया जा रहा चयन
संयुक्त आयुक्त परिवहन एसके सिंह ने बताया कि यात्रा ऋषिकेश के साथ ही हरिद्वार से भी शुरू होती है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत इस वर्ष हरिद्वार में भी हेल्प डेस्क को बनाया जाएगा। इसके लिए जगह का चयन किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- Train Cancelled: ...तो इस कारण कैसिंल हुईं ये ट्रेनें, कुछ के बदले रूट
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।