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    Russia-Ukraine War : उक्रांद ने केंद्र व राज्य सरकार को बताया असफल, वहीं धरने पर बैठे एआइएमआइएम के सदस्य

    By Nirmala BohraEdited By:
    Updated: Sun, 27 Feb 2022 01:45 PM (IST)

    Russia Ukraine War News यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों से पैसे वसूलने का आरोप लगाते हुए देहरादून में एआइएमआइएम ने धरना-प्रदर्शन किया। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल ने भी यूक्रेन मामले में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। वहीं उत्‍तराखंड के तीन छात्र यूक्रेन से दिल्‍ली पहुंच चुके हैं।

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    एआइएमआइएम के सदस्‍यों ने गांधी पार्क में धरना-प्रदर्शन किया।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों से पैसे वसूलने और वहां उनके साथ मानवीय व्‍यवहार न होने का आरोप लगाते हुए देहरादून में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) ने धरना-प्रदर्शन किया। संगठन के सदस्‍यों ने रविवार को राजधानी देहरादून स्थित गांधी पार्क में केंद्र सरकार खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया।

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    उक्रांद ने भी बोला हमला

    वहीं उत्तराखंड क्रांति दल ने यूक्रेन मामले में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि यूक्रेन में ये हालात एकाएक नहीं बिगड़े हैं। पिछले एक पखवाड़े से इस बात की आशंका थी की यूक्रेन पर रूस हमला करेगा। पर वहां पढ़ रहे छात्रों की वतन वापसी को सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। अब जबकि स्थिति अत्याधिक विकट हो चुकी है,सरकार ने कोशिश शुरू की। केंद्र सरकार ने इस मामले में गंभीर लापरवाही बरती गई। जिसका परिणाम हमारे बच्चे भुगत रहे हैं।

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    उक्रांद के केंद्रीय कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यूक्रेन की स्थिति को समझने में राज्य एवं केंद्र सरकार पूर्णतया असफल रही है। यह अपराध है। इससे उत्तराखंड के लोग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान उन्‍होंने एम्स ऋषिकेश में हुए भर्ती घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग उन्होंने की। ऐरी ने कहा कि एम्स में सभी नई नियुक्तियों को रद कर नए सिरे से की जाएं। कहा कि एम्स ऋषिकेश में राज्य के बेरोजगार युवाओं के बजाय बाहरी लोग को नौकरी देना दुर्भाग्यपूर्ण है।

    इसी प्रकार सिडकुल और ऊधमसिंहनगर में भी 40 से अधिक कंपनियां सब्सिडी लेने के बाद काम समेटकर वापस चली गई हैं। जिससे सैकड़ों उत्तराखंडी युवा बेरोजगार हो गए हैं। ऐसी सभी कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मौके पर उक्रांद नेता एपी जुयाल, किशन मेहता, सुनील ध्यानी, दीपक गैरोला, विजय कुमार बौड़ाई, दीपक रावत आदि उपस्थित रहे।