Chardham Yatra: चारधाम यात्रा में चलेंगी रोडवेज बसें, पहले चरण में चलेंगी 50 बसें
Chardham Yatra सुविधा और सुरक्षित परिवहन को लेकर चारधाम यात्रा में इस बार भी रोडवेज बसों को उतारा जा रहा है। यात्रा मार्ग पर पहले चरण में राज्य परिवहन निगम की 50 बसों को लगाया जाएगा। जरूरत पड़ने पर संख्या बढ़ाई जाएगी।

अंकुर अग्रवाल, देहरादून। Chardham Yatra सुविधा और सुरक्षित परिवहन को लेकर चारधाम यात्रा में इस बार भी रोडवेज बसों को उतारा जा रहा है। यात्रा मार्ग पर पहले चरण में राज्य परिवहन निगम की 50 बसों को लगाया जाएगा। जरूरत पड़ने पर संख्या बढ़ाई जाएगी। इस दौरान यदि जरूरत पड़ी तो कुमाऊं मोटर ऑपरेटर्स यूनियन से बसें मंगाई जाएंगी। केएमओयू रामनगर से बसों को भी संयुक्त रोटेशन में शामिल किया जा सकता है।
चारधाम यात्रा में परिवहन व्यवस्था की तैयारियों को लेकर परिवहन विभाग अभी से आंकलन में जुट गया है। गत वर्ष यात्रा में पहली बार रोडवेज बसें लगाई गई थीं। दरअसल, कोरोना प्रभाव के कारण प्राइवेट बस संचालक संचालन के लिए तैयार नहीं हुए तो सरकार को रोडवेज बसों को यात्रा में लगाना पड़ा। ऋषिकेश से गंगोत्री समेत केदारनाथ और बदरीनाथ के लिए रोडवेज बसें संचालित की गई थी। इनके टिकट भी ऑनलाइन सेवा से जोड़े गए थे और बसों का परिणाम सकारात्मक रहा था। परिवहन विभाग इस बार भी पहले चरण में रोडवेज की 50 बसें यात्रा में लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके अतिरिक्त रोडवेज हरिद्वार व ऋषिकेश बस अड्डे से प्रतिदिन यात्रा मार्ग के प्रमुख स्टेशन उत्तरकाशी, जोशीमठ और गंगोत्री, यमुनोत्री के लिए 25-30 बसों को भी संचालित करेगा। जरूरत पर देहरादून से भी सिटी बसें यात्रा में लगाई जाएंगी, बशर्ते उनकी दशा यात्रा के लिहाज से बेहतर हो।
सुबह पांच से आठ बजे तक यात्रा
परिवहन विभाग ने यात्रा मार्ग पर वाहनों के संचालन का वक्त निर्धारित कर दिया है। यात्रा मार्ग पर सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक ही वाहन संचालन होगा। दुर्घटना पर अंकुश लगाने के इरादे से किए गए इस फैसले में परिवहन व पुलिस की चेकपोस्ट के जरिए देर रात में चलने वाले वाहनों को रोका जाएगा।
रफ्तार रोकने को समय होगा दर्ज
यात्रा मार्ग पर रफ्तार का खेल रोकने के लिए व्यावसायिक वाहनों को चालकों को यात्रा के शुरू में पड़ने वाली चेकपोस्ट और लौटते समय उसी चेकपोस्ट पर ग्रीनकार्ड में तारीख और समय को अंकित कराना होगा। उदाहरण के लिए यदि यात्रा का समय सात दिन का है तो चालक को जाते हुए पहले दिन व लौटते हुए सातवें दिन एंट्री करानी होगी। यदि वह बिना कारण निर्धारित समय से पूर्व लौट आता है तो उसका ग्रीनकार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।
यात्रा की ये भी तैयारी
- अप्रैल के तीसरे हफ्ते से पूरे प्रदेश में वाहनों के लिए बनने शुरू होंगे ग्रीन-कार्ड
- यात्रा मार्ग पर परिवहन विभाग के चेकपोस्ट अप्रैल के तीसरे हफ्ते से होंगे शुरू
- यात्रा पर पहली बार जाने वाले चालकों का आइडीटीआर में होगा प्रशिक्षण
- यात्रियों को अनाधिकृत वाहनों से यात्रा करने से रोकने के लिए हरिद्वार से ही बैनर पोस्टर के जरिए किया जाएगा जागरूक
- यात्रा में सिर्फ परिवहन विभाग से ही अधिकृत ट्रेवल एजेंट के जरिए होगी बुकिंग
- अन्य राज्यों से आने वाले डग्गामार वाहनों को यात्रा में रोकने के लिए सीमा शुल्क पर्ची को बनाया जाएगा आधार
- अनाधिकृत ट्रेवल एजेंटों की गिरफ्तारी कर उनके दफ्तर होंगे सील
दिनेश चंद्र पठोई (आरटीओ) ने कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर परिवहन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। सुरक्षित यात्रा के तहत बसों की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। रोडवेज बसों को लगाने पर भी विचार चल रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।