Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    समरेखण बदला, सड़क की लंबाई चार किमी घटा दी; ठेकेदारों की मनमानी से 14 साल बाद भी सड़क का निर्माण अधूरा

    By Sumit KumarEdited By:
    Updated: Sun, 23 Jan 2022 04:48 PM (IST)

    प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन सैजी से लगे मैकोट मोटर मार्ग का बिना सर्वेक्षण के समरेखण बदलने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2019 में निर्माण एजेंसी ने बिना भूगर्भीय सर्वेक्षण कराए मैना नदी से डुमक गांव का समरेखण बदल दिया।

    Hero Image
    निर्माणाधीन सैजी से लगे मैकोट मोटर मार्ग का बिना सर्वेक्षण के समरेखण बदलने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।

    संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन सैजी से लगे मैकोट मोटर मार्ग का बिना सर्वेक्षण के समरेखण बदलने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों ने कहा कि वर्ष 2019 में निर्माण एजेंसी ने बिना भूगर्भीय सर्वेक्षण कराए मैना नदी से डुमक गांव का समरेखण बदल दिया। इससे सड़क की लंबाई करीब चार किलोमीटर घट गई। इसको अनुबंध में परिवर्तित नहीं किया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जोशीमठ ब्लाक के दूरस्थ गाव डुमक के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रेम ङ्क्षसह सनवाल, प्रताप ङ्क्षसह, यशवंत ङ्क्षसह, गणपत ङ्क्षसह तथा योगंबर सिंह ने उप जिला निर्वाचन अधिकारी व अपर जिलाधिकारी से मुलाकात की और बताया कि विगत कई वर्षों से सड़क की मांग को लेकर इस क्षेत्र के 12 ग्राम पंचायतों के ग्रामीण आंदोलन करते आ रहे हैं। इसके फलस्वरूप इस सड़क की स्वीकृति 2008 में हुई थी।

    विभागीय लापरवाही एवं ठेकेदारों की मनमानी के चलते 14 साल बीत जाने के बाद भी सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। कहा कि ठेकेदार कछुुआ गति से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए मोटर मार्ग की लंबाई घटाकर लिंक रोड बनाए जाने की साजिश रची जा रही है। ग्रामीणों के विरोध से बचने के लिए पुन: भूगर्भीय सर्वेक्षण विभाग से कराए जाने की चर्चा की जा रही है।

    यह भी पढ़ें- लैंसडौन वन प्रभाग में एक के बाद एक कर हो रही है हाथियों की मौत, अब की जाएगी मामले की जांच

    उन्होंने इस मोटर मार्ग की विसंगतियों को दूर करने के लिए विधानसभा चुनावों के मतदान से पूर्व पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता के साथ ग्रामीणों की बातचीत किए जाने का आग्रह किया।

    कहा कि यदि मतदान से पूर्व ग्रामीणों के साथ अधिकारियों की सकारात्मक वार्ता नहीं होगी, तो जनप्रतिनिधियों का विरोध किया जाएगा। मामले में उप जिला निर्वाचन अधिकारी हेमंत वर्मा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन देते हुए कहा कि जोशीमठ के उपजिलाधिकारी की मौजूदगी में जल्द ग्रामीणों की पीएमजीएसवाई के अधिकारियों के साथ जोशीमठ में वार्ता की जाएगी।

    यह भी पढ़ें- हरिद्वार जिला न्यायालय के कई जज और 75 न्यायिक कर्मचारी-अधिकारी कोरोना संक्रमित, हड़कंप