नदी की धारा मोड़कर बनाया आलीशान रिसोर्ट, करतूत देखकर चढ़ा DM का पारा, जांच के आदेश
देहरादून के सहस्रधारा मालदेवता और सरखेत में नदी क्षेत्रों में अवैध निर्माण किए गए हैं। बांडावाली खैरी मान सिंह में एक रिसोर्ट संचालक ने अपने रिसोर्ट को बचाने के लिए नदी की धारा मोड़ दी जिससे 150 मीटर सड़क तबाह हो गई। डीएम ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और नुकसान की वसूली रिसोर्ट संचालक से करने के निर्देश दिए।

जागरण संवाददाता, देहरादून। सहस्रधारा से लेकर मालदेवता और सरखेत तक नदी क्षेत्रों में अंधाधुंध निर्माण कर लिए गए हैं। नदी श्रेणी की भूमि कब्जाकर आलीशान होटल और रिसोर्ट खड़े कर दिए गए हैं। हालांकि, सिंचाई विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंगी और आपदा जैसी स्थिति में इस तरह के निर्माण आमजन की जानमाल पर भारी पड़ रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला न सिर्फ इस आपदा में उजागर हुआ, बल्कि ऐसा हाल देख जिलाधिकारी सविन बंसल का पारा भी चढ़ गया। गुरुवार को आपदाग्रस्त क्षेत्रों के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि बांडावाली खैरी मान सिंह क्षेत्र में एक आलीशान रिसोर्ट का निर्माण नदी की भूमि पर किया गया है।
अपने रिसोर्ट 'स्पर्श फर्म एंड रिसोर्ट' को सुरक्षित करने के लिए बनाई गई एप्रोच से संचालक ने नदी की धारा की मोड़ दी। जिससे आपदा के दौरान अत्यधिक पानी आने से उसका अधिकतर रुख सड़क की तरफ हो गया। इस भाग पर सड़क का 150 मीटर भाग पूरी तरह तबाह हो गया। जिलाधिकारी और अभियंताओं की टीम ने पाया कि यदि यहां पर नदी की धारा को मोड़ा न जाता तो इतना बड़ा नुकसान न होता।
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प्रारंभिक आकलन में रिसोर्ट संचालक की इस कारगुज़ारी से सरकार को 06 करोड़ रुपए की चपत लगी है। जिलाधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सरकारी संपत्ति को पहुंची क्षति की वसूली रिसोर्ट संचालक से की जाएगी।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने नदी भूमि की जांच कर उसे शीघ्र वापस लेने के निर्देश भी जारी किए। फिलहाल, इस भाग पर सड़क को दुरुस्त करने के लिए नदी को चैनलाइज करने का काम भी लोनिवि ने शुरू कर दिया है।
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