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0001 नंबर की लगी रेकॉर्ड बोली, कीमत जानकर चौंक जाएंगे आप भी

परिवहन विभाग की अनोखे नंबरों की ऑनलाइन बोली में 0001 नंबर ने इस बार सभी रेकॉर्ड तोड़ते हुए सर्वाधिक कमाई की। देहरादून आफिस में यह नंबर 4 लाख 62 हजार लाख रुपये में बिका।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 02 Jan 2019 01:48 PM (IST)Updated: Wed, 02 Jan 2019 08:25 PM (IST)
0001 नंबर की लगी रेकॉर्ड बोली, कीमत जानकर चौंक जाएंगे आप भी
0001 नंबर की लगी रेकॉर्ड बोली, कीमत जानकर चौंक जाएंगे आप भी

देहरादून, जेएनएन। वाहन पर 'अनोखे' नंबर की चाहत में दूनवासी लाखों रुपये खर्च करने से भी पीछे नहीं हट रहे। परिवहन विभाग की अनोखे नंबरों के लिए ऑनलाइन बोली में 0001 नंबर ने इस बार प्रदेश के सभी पुराने रेकॉर्ड तोड़ते हुए सर्वाधिक कमाई की। देहरादून आफिस में यह नंबर 4.62 लाख रुपये में बिका है। दून में अभी तक यह नंबर सर्वाधिक 3.10 लाख में बिका था, जबकि हरिद्वार में यही नंबर सर्वाधिक 4.46 लाख में पिछले साल बिका था। इस मर्तबा यह नंबर दून के एक प्रापर्टी डीलर ने अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी के लिए खरीदा है। 

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वहीं, 0009 नंबर बोली में दूसरे नंबर पर रहा और 51 हजार रुपये में बिका। इस बार यूके07-डीके सीरीज की बोली लगाई गई। एआरटीओ प्रशासन अरविंद पांडे के मुताबिक 0001 की प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी बोली गुमानीवाला के निवासी आदेश गिरी ने लगाई है। देहरादून में ऐसा पहली बार हुआ, जब 0001 ने चार लाख का आंकड़ा पार किया हो। बोली में 0007 नंबर 28 हजार रुपये, जबकि 9000 नंबर 19 हजार रुपये में बिका। इसी तरह 0004 नंबर 14 हजार रुपये में बिका। 

बोली में 1111, 0003, 5555 और डीजे सीरीज में 9000 नंबर 11-11 हजार रुपये में बिके। शेष नंबर अपनी मूल रकम यानी 10-10 हजार रुपये में बिके। एआरटीओ पांडे ने बताया कि जिन ग्राहकों की बोली लगी है, वह बोली की रकम आरटीओ कार्यालय में आकर जमा करा दें। इसके बाद ही उन्हें यह नंबर अलॉट होगा। अगर तय समय में रकम जमा नहीं कराई गई तो बोली निरस्त कर जमानत के लिए जमा रकम जब्त कर ली जाएगी। 

परिवहन विभाग की बांछें खिलीं 

0001 नंबर की बोली की रकम लगातार बढ़ने से परिवहन विभाग की बांछें खिलती जा रही हैं। शुरूआत में लड़खड़ाने के बाद यह नंबर लगातार ऊंची बोली में बिक रहा है। दून में विधायक से लेकर चिकित्सक, स्कूल संचालक और कारोबारी इस नंबर के लिए ऊंची बोली लगा रहे हैं, जबकि हरिद्वार में संत और प्रॉपर्टी कारोबारियों में 0001 की भारी डिमांड रहती है। 

वाहन खरीदना हुआ महंगा  

प्रदेश में मंगलवार आधी रात के बाद वाहनों के रजिस्ट्रेशन और टैक्स की नई दरें लागू हो गर्इ हैं। इससे एक ओर जहां नए वाहन खरीदना महंगा हो जाएगा, वहीं पर्वतीय मार्गों पर चलने वाले वाहनों और सिटी बसों को टैक्स की दरों में कुछ राहत मिलेगी। शेष वाहनों में बढ़ी हुई दरें लागू होंगी। 

शासन ने गत दिसंबर में हुई कैबिनेट में वाहनों के रजिस्ट्रेशन शुल्क के साथ ही वाहनों की टैक्स की दरों में संशोधन किया था। इसके तहत रजिस्ट्रेशन शुल्क में बढ़ोतरी की गई थी। इसमें पांच लाख रुपये तक के वाहनों का रजिस्ट्रेशन शुल्क वाहन की कीमत का आठ प्रतिशत, दस लाख रुपये तक के वाहनों का रजिस्ट्रेशन शुल्क वाहन की कीमत का नौ प्रतिशत और दस लाख से अधिक कीमत के वाहनों का रजिस्ट्रेशन शुल्क कीमत का दस प्रतिशत वसूला जाना तय किया गया। 

वहीं, वाहनों में पर्वतीय क्षेत्रों में चलने वाले वाहन व नगर निगम क्षेत्र में चलने वाली सिटी बसों के टैक्स में 50 फीसद तक की कटौती की गई है। सात सीट से अधिक वाले मैक्स वाहनों को भी छूट दी गई है। बिजली, बैटरी व सोलर पावर अथवा सीएनजी से चलते वाले वाहनों के टैक्स में भी 20 प्रतिशत की छूट दी गई है। मासिक और त्रैमासिक आधार पर टैक्स जमा करने वाले वाहनों को वार्षिक टैक्स जमा करने पर छूट दी गई है। 

तिपहिया वाहनों को एक मुश्त कर भुगतान करने पर भी टैक्स में छूट दी गई है। अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए दैनिक के साथ ही साप्ताहिक एवं मासिक टैक्स की व्यवस्था की गई है ताकि इन वाहन स्वामियों को बार-बार चैकपोस्ट पर न रुकना पड़े। वहीं, निजी वाहन के व्यावसायिक रूप में संचालन करते पाए जाने पर जुर्माने का प्रावधान किया गया है। सहायक परिवहन आयुक्त एसके सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मंगलवार रात 12 बजे से नई दरें लागू कर दी जाएंगी। 

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