पीएम के दौरे से ठीक पहले पंजाब सीएम चन्नी और सिद्धू पहुंचे बाबा केदार के दर, लिया आशीर्वाद; हरीश रावत से भी मिले
चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब विधानसभा अध्यक्ष केपी राणा और कांग्रेस के पंजाब प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी देहरादून के दौरे पर हैं। उन्होंने हरीश रावत के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात भी की।

रविंद्र बड़थ्वाल, देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे से पहले बाबा केदार के दर पर कांग्रेस के नेता भी दस्तक देने लगे हैं। मंगलवार को पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह और पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए। पंजाब में सरकार और संगठन के बीच मचे घमासान के बीच सभी नेताओं ने केदार दर्शन के बहाने एकजुटता दिखाई तो 'आल इज वेल' का संदेश दिया। प्रधानमंत्री मोदी के केदारनाथ दौरे से पहले कांग्रेस नेताओं की इस कवायद के राजनीतिक निहितार्थ भी हैं। कांग्रेस नेताओं की इस कोशिश को हिंदू मतदाताओं की नब्ज पर हाथ धरने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी दीपावली के एक दिन बाद, यानी पांच नवंबर को केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। मोदी के दौरे को राष्ट्रीय स्तर पर संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। भाजपा इस दिन 12 ज्योतिर्लिंगों और शिवालयों में जलाभिषेक की तैयारी कर रही है। राष्ट्रीय राजनीति में मोदी की प्रतीकों की यही राजनीति अब हलचल का कारण बनी है।
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य हरीश रावत कुछ दिन पहले केदारनाथ दर्शन कर चुके हैं। पांच नवंबर को केदार में मोदी की मौजूदगी के दौरान उत्तराखंड में कांग्रेस सभी जिलों के 12-12 प्रमुख शिवालयों में जलाभिषेक करने की घोषणा कर चुकी है। मंगलवार को पंजाब के दिग्गज भी केदारनाथ पहुंचे। केदारनाथ जाने से पहले उन्होंने देहरादून स्थित आवास पर पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की। पंजाब में सरकार और संगठन में लंबे समय से खींचतान के बीच कांग्रेस के दिग्गजों का एक साथ केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचना पार्टी की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। केदारनाथ दर्शन से लौटकर पंजाब के इन सभी नेताओं ने देहरादून स्थित एक होटल में बैठक भी की। इस बैठक को निजी बताया गया। इस बैठक में हरीश रावत शामिल नहीं हुए।
पंजाब में सबकुछ ठीकठाक: हरीश रावत
मीडिया से बातचीत में हरीश रावत ने पंजाब में सबकुछ ठीक होने का दावा किया। साथ में यह भी कहा कि मौजूदा स्थिति आगे भी बनी रहने के प्रति वह आश्वस्त हैं। पंजाब में कांग्रेस की जीत तय है। पंजाब के नेताओं के केदार दौरे के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बाबा केदार से कौन क्या मांग रहा है, ये वही जानें। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमरिंदर कांग्रेस में वापसी करेंगे।
पंजाब व पंजाबियों के कल्याण की है कामना: सिद्धू
उधर, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि वह पंजाब और पंजाबियों के कल्याण की कामना के साथ केदारनाथ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्त्तवय पथ ही धर्म पथ है। गरीबों की सेवा ही धर्म है और यही आनंद भी है। महादेव का संदेश भी यही है।
उत्तराखंड की राजनीति पर भी है असर, त्रिवेंद्र का हो चुका विरोध
पंजाब के कांग्रेस नेताओं के केदार दौरे का असर उत्तराखंड की राजनीति में भी दिखना तय है। बीते रोज पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के केदारनाथ दौरे का स्थानीय तीर्थ-पुरोहितों और पंडा समाज ने मुखर विरोध किया था। इस वजह से त्रिवेंद्र को बाबा केदार के दर्शन से वंचित होना पड़ा था। राज्य में चार धाम समेत प्रमुख मंदिरों के प्रबंधन को गठित देवस्थानम बोर्ड को लेकर पुरोहित और पंडा समाज में रोष है।
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