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विभागों में चिह्नित हुए आंदोलनरत कर्मचारी, वेतन काटने की हो सकती है कार्रवाई

विभागीय अधिकारियों ने आंदोलन में शामिल होने वाले कर्मचारियों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। ऊर्जा के तीनों निगमों समेत अनेक विभागों में तो सूची तैयार भी कर दी गई है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 12:19 PM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 08:39 PM (IST)
विभागों में चिह्नित हुए आंदोलनरत कर्मचारी, वेतन काटने की हो सकती है कार्रवाई
विभागों में चिह्नित हुए आंदोलनरत कर्मचारी, वेतन काटने की हो सकती है कार्रवाई

देहरादून, जेएनएन। अवकाश पर प्रतिबंध के बाद भी राज्य कर्मचारियों पर कोई असर पड़ता नजर नहीं आया। इस पर शासन के निर्देशानुसार विभागीय अधिकारियों ने आंदोलन में शामिल होने वाले कर्मचारियों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। ऊर्जा के तीनों निगमों समेत अनेक विभागों में तो सूची तैयार भी कर दी गई है। अब इन कर्मचारियों का 'नो वर्क-नो पे' नियम के तहत एक दिन का वेतन काटने की कार्रवाई की जा सकती है।

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गुरुवार को यूपीसीएल, पिटकुल, यूजेवीएनएल, जिला पूर्ति कार्यालय, समाज कल्याण, विकास भवन समेत कई विभागों में विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने अवकाश पर जाने वाले कर्मचारियों पर पैनी नजरें रखी। विभागों में अवकाश पर रहने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार की जाती रही। बात यूपीसीएल की करें, तो यहां 200 से ज्यादा कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली गई, जबकि शेष कर्मचारियों को भी चिह्नित किया जा रहा। इसके अलावा,  विकास भवन, डीएसओ, तहसील, कलक्ट्रेट समेत अन्य विभागों में शुक्रवार को सूची तैयार होने के आसार हैं। 

कर्मचारियों के हौसले बुलंद

शासन की ओर से कर्मचारियों पर दबाव बनाने की कोशिश सफल होती नजर नहीं आ रही। पहले शासन ने अवकाश पर रोक लगाई, कर्मचारियों पर इसका असर नहीं पड़ा। इसके बाद अब विभागों में कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही, लेकिन कर्मचारी निडर नजर आ रहे। उनका साफ कहना है कि वे किसी दबाव में नहीं आने वाले। यदि उनका एक दिन का वेतन काटना भी है, तो वे तैयार हैं। वे अपने हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

सामूहिक अवकाश पर सचिवालय में रिकॉर्ड उपस्थिति

उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी समन्वय समिति के आह्वान पर सामूहिक अवकाश कार्यक्रम से सचिवालय कर्मियों ने दूरी बनाई रखी। सरकार की सख्ती का असर फील्ड कर्मचारियों से अधिक सचिवालय कर्मियों में नजर आया। सचिवालय में तकरीबन 70 फीसद कर्मचारियों ने बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराई। यह बीते चार दिनों में सबसे अधिक उपस्थिति रही। सचिवालय में कार्यरत 1044 कर्मचारियों में से 768 ने बायोमेट्रिक हाजिरी लगाई। यह बाद दीगर रही कि हाजिरी लगाने के बाद अधिकांश कर्मचारी सचिवालय परिसर में ही टहलते नजर आए।

गुरुवार को सभी कर्मचारी संगठनों की नजरें सचिवालय कर्मियों पर टिकी हुई थी। दरअसल, एक घटक संघ के सामूहिक अवकाश कार्यक्रम में शिरकत न करने के एलान के बाद कर्मचारियों में भी असमंजस की स्थिति थी। यहां तक कि सचिवालय प्रशासन ने उपस्थिति का परीक्षण करने के लिए पांच दस्तों का भी गठन किया था। इसका नतीजा यह हुआ कि सुबह सवा नौ से साढ़े नौ बजे के बीच बड़ी संख्या में सचिवालय कर्मी कार्यालय पहुंच कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके थे।

हालांकि, कई अनुभागों में ताले भी लटके रहे। सचिवालय में बड़ी संख्या में कर्मचारियों के पहुंचने और हाजिरी लगाने की सूचना पर संघ भी हरकत में आया। संघ के पदाधिकारियों ने एटीएम बिल्डिंग के निकट सभा का आयोजन किया और कर्मचारियों से आंदोलन में सहयोग करने की अपील की। नतीजा यह हुआ कि सचिवालय के अनुभागों में कामकाज लगभग ठप सा रहा। यहां तक कि दोपहर बाद सुबह उपस्थिति दर्ज कराने वाले कर्मचारी अपने घरों को निकल चुके थे। 

सचिवालय में बीते चार दिनों की उपस्थिति 

  • 28 जनवरी - 683 
  • 29 जनवरी - 715 
  • 30 जनवरी - 730 
  • 31 जनवरी - 762

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