सर्राफ लूटकांड : लुटेरों की तलाश में यमुनानगर पहुंची पुलिस टीम
देहरादून में सर्राफ लूटकांड को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में उत्तराखंड पुलिस ने सोमवार को यमुनानगर पहुंच गई। सूत्रों के मुताबिक वहां पुलिस ने एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी की लेकिन बदमाशों का कुछ पता नहीं चला।
देहरादून, जेएनएन। सर्राफ लूटकांड को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में उत्तराखंड पुलिस ने सोमवार को यमुनानगर पहुंच गई। सूत्रों के मुताबिक, वहां पुलिस ने एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन बदमाशों का कुछ पता नहीं चला।
बीते मंगलवार की रात हुई वारदात का एक हफ्ता बीतने के बाद भी बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। हालांकि पुलिस ने करीब दो सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने से लेकर सहारनपुर, बिजनौर के डेढ़ सौ से अधिक बदमाशों की परेड के बाद कुछ अहम जानकारी मिलने का दावा तो किया, लेकिन सूत्रों की मानें तो बदमाश लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं। इसी कड़ी में अब पुलिस की टीम यमुनानगर में दबिश दे रही है। बता दें कि, डीआइजी ने वारदात के पर्दाफाश को आठ टीमें गठित की हैं। यह टीमें बीते बुधवार से ही सहारनपुर, बिजनौर से लेकर दिल्ली एनसीआर तक की खाक छान रही हैं। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि लुटेरों के बारे में यमुनानगर में लीड मिली है। टीम रवाना कर दी गई है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
सर्राफ लूटकांड: क्या है पूरा मामला
सर्राफा कारोबारी शफीक उर रहमान निवासी पथरी बाग की जीएमएस रोड पर कमला पैलेस तिराहे पर ज्वेलरी शॉप है। मंगलवार की रात करीब 8:30 बजे वह दुकान बंद कर बाइक से घर के लिए निकले थे। मंडी चौक, लालपुर होते हुए कारगी रोड पर ब्लेसिंग फार्म के पास पहुंचे ही थे कि पहले से पीछा कर रहे बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया। शफीक उर रहमान के रुकते ही दोनों बदमाश उनसे बैग छीनने लगे। बैग न देने पर एक बदमाश ने असलहा निकालकर शफीक पर फायर कर दिया। गोली उनके बाएं पैर के घुटने पर लगी, जिससे वह जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद बदमाशों ने बैग छीना और भाग निकले।
पश्चिमी उप्र की हर बड़ी वारदात का पुलिस रखेगी डाटा
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सक्रिय अपराधी और गैंग की पूरी कुंडली अब उत्तराखंड पुलिस के पास भी होगी। एसएसपी ने बताया कि पिछले दस साल के दौरान प्रकाश में आए अपराधियों का डाटा स्टोर किया जा रहा है। साथ ही हाल के दिनों में हुई वारदात और उसे अंजाम देने वाले अपराधियों की भी कुंडली को नए सिरे से अपडेट किया जा रहा है।
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22 सितंबर को हुए सराफा लूटकांड समेत विगत महीने के दौरान कई संगीन वारदातों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गिरोहों का नाम सामने आया। इन अपराधियों की कुंडली खंगालने के लिए देहरादून की पुलिस को उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ लंबी माथापच्ची करनी पड़ी। माना जा रहा है कि पुलिस के पास यदि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराधियों का डोजियर अपडेट होता तो फौरी तौर पर अपराधियों ही पहचान होती और उन्हें फरार होने से पहले ही पकड़ लिया जाता है। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि अपराधियों के डोजियर को अपडेट किया जाता है। अब इसे नए सिरे कुछ बिंदुओं को अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं।
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