देहरादून का भगौड़ा बिल्डर शाश्वत गर्ग गिरफ्त से दूर, घर का पता भी नहीं लगा पाई पुलिस
देहरादून का भगोड़ा बिल्डर शाश्वत गर्ग अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस अभी तक उसके घर का पता भी नहीं लगा पाई है। शाश्वत गर्ग पर कई गंभीर आरोप ...और पढ़ें

निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हुए शाश्वत गर्ग की जांच के लिए गठित की गई है एसआइटी। आर्काइव
जागरण संवाददाता, देहरादून। निवेशकों के करोड़ों रुपये हड़पकर फरार बिल्डर शाश्वत गर्ग व उसकी पत्नी साक्षी गर्ग समेत रिश्तेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुए एक माह होने जा रहा है, लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार करना दूर उसके घर का पता भी नहीं लगा पाई है। मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते आइजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने करोड़ों की ठगी की घटना से पर्दा उठाने के लिए सीओ मसूरी की देखरेख में एसआइटी का गठन किया है।
शाश्वत गर्ग की आर्केडिया हिलाक्स परियोजना में 23 से अधिक फ्लैट आवंटन और लोन फर्जीवाड़े में पुलिस गर्ग परिवार समेत शाश्वत की पत्नी के दोनों भाइयों, एक रिश्तेदार को मिलाकर कुल सात और कुछ बैंक/वित्तीय संस्थाओं के पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। इस मामले में 26 नवंबर को पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप ने सीओ की देखरेख में एसआइटी गठित की। जांच के लिए पूरी टीम झोंकी गई है, लेकिन कोई सार्थक परिणाम सामने नहीं आ पाए हैं।
बिल्डर ने ऊषा कालोनी में जिस घर का पता दिया हुआ था वह किराए का था। इसके बाद पुलिस टीम जब गाजियाबाद भेजी गई तो पता चला कि वहां भी वह किराए पर रह रहा था। पुलिस के अनुसार गैर जमानती वारंट के लिए मूल पते का होना जरूरी है, लेकिन पुलिस न तो मूल पता ढूंढ पाई है और ना ही आरोपितों के रिश्तेदारों से पूछताछ की। बताया जा रहा है कि ठगी में शामिल कुछ आरोपितों तक जब तक पुलिस पहुंची इससे पहले ही वह उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी पर रोक का आर्डर ला चुके हैं, ऐसे में वह अब तक पुलिस के समक्ष अपने दर्ज कराने तक नहीं पहुंचे।
ढूंढे से नहीं मिल रहे शिकायतकर्ता
इस मामले में पुलिस को कोई शिकायतकर्ता भी नहीं मिल पा रहे हैं। जिस व्यक्ति के साथ आरोपितों ने धोखाधड़ी की है, उनकी शिकायत पर एक और मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस विवेचना आगे बढ़ाने की योजना बना रही है, लेकिन एक माह तक खोज पूरी नहीं हो पाई है। पुलिस की ओर से अंतरिम सोसाइटी प्रबंधन समिति आर्किडिया हिलाक्स के अध्यक्ष विवेक एस राज की शिकायत पर राजपुर थाने में अभी शाश्वत गर्ग व उसके स्वजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस करती रही इंतजार नेपाल फरार हो गया शाश्वत गर्ग
बिल्डर शाश्वत गर्ग के मुंबई से नेपाल फरार होने की सूचना है। उसके साथ पत्नी साक्षी भी है। इमिग्रेशन में दोनों के पासपोर्ट का प्रयोग नेपाल यात्रा में किया जाना सामने आया है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार बिल्डर शाश्वत के परिवार के साथ नेपाल जाने की तिथि 22 अक्टूबर बताई जा रही है। जांच में पता चला है कि वह रोयल नेपाल एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या आरए 202 से काठमांडू पहुंचे। यानी वह 17 अक्टूबर से लापता होने के चंद रोज बाद ही फरार हो गए, जबकि उनका इंतजार दीपावली पर 21 अक्टूबर को देहरादून में किया जा रहा था।
बिल्डर शाश्वत गर्ग के मामले में इनामी राशि व ब्लू कार्नर नोटिस जारी के निर्देश जारी किए गए थे। इस मामले में जांच अधिकारी को तलब किया गया है, आखिर कार्रवाई में इतनी देरी क्यों लग रही है। - राजीव स्वरूप, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र
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