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    पत्नी ने प्रेमी के साथ रची थी हत्या की साजिश, फिरौती देकर उतरवाया मौत के घाट; तीन गिरफ्तार

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Fri, 15 May 2020 03:38 PM (IST)

    विकासनगर में मिले पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतरवाया था। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

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    पत्नी ने प्रेमी के साथ रची थी हत्या की साजिश, फिरौती देकर उतरवाया मौत के घाट; तीन गिरफ्तार

    विकासनगर(जेएनएन), देहरादून। थाना सहसपुर की पुलिस ने शेरपुर के फूलचंद हत्याकांड का चंद घंटों में ही खुलासा कर मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी और गला घोटने के आरोपित हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर लिया है। अवैध संबंधों के चलते पत्नी ने ही अपने प्रेमी और एक अन्य आरोपित के साथ मिलकर पति की हत्या करायी थी। पुलिस ने तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया।

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    बता दें कि 14 मई को शेरपुर निवासी फूलचंद पुत्र दर्शन की गला घोटकर हत्या करने के बाद शव शेरपुर क्षेत्र में पावर ग्रिड के पास झाड़ियों में फेंक दिया था। हत्या के इस मामले में मृतक के बड़े भाई बाबूलाल ने तहरीर देकर मृतक फूलचंद की पत्नी ममता और अशोक के मध्य अवैध संबंधों का शक जाहिर किया था, जिस पर पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। एएसपी विशाखा अशोक भदाणे और सीओ भूपेंद्र धोनी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम में शामिल एसएसआइ रविंद्र नेगी, सभावाला इंचार्ज किशन देवरानी, दारोगा कुलदीप पंत आदि ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। 

    वहीं, सर्विलांस टीम ने नामजद अशोक पुत्र राजेंद्र निवासी सिंहनीवाला, हिस्ट्रीशीटर शमीम पुत्र यामीन निवासी छापुड़ थाना भगवानपुर जनपद हरिद्वार हाल निवासी छोटा रामपुर और मृतक की पत्नी ममता निवासी शेरपुर के मोबाइल की सीडीआर का अवलोकन कर मुखबिर सक्रिय किए। पुलिस जांच में आया कि 13 मई की रात में मृतक फूलचंद की पत्नी ममता, अशोक और शमीम के बीच कई बार कॉल की गई है। इसी बीच मुखबिर ने सूचना दी कि मौके से मिली दो लीटर की शराब की कैन को 13 मई की रात में बाइक सवार के साथ फूलचन्द को ले जाते हुए देखा था। जिस लाल काले रंग के स्कार्प को फूलचंद के गले में लपेटकर उसका गला घोटकर हत्या की गई थी, वह स्कार्प बाइक सवार के गले में लटका हुआ देखा गया था। इसके बाद 14 मई को उसका शव बरामद हुआ था। थानाध्यक्ष विशाखा अशोक ने बताया कि पुलिस जांच आगे बढ़ी तो अशोक निवासी सिंहनीवाला के मृतक की पत्नी से पिछले 7-8 माह से अवैध संबंध की बात पुख्ता हो गई। जिस पर पुलिस ने गुरुवार की देर रात में ममता के प्रेमी अशोक को ठोस सबूत के आधार पर गिरफ्तार कर लिया। 

    उसने बताया कि उसके व ममता के बीच अवैध संबंध थे। अशोक का ममता के घर में लगातार आना-जाना रहता है। ममता का पति फूलचंद इस बात पर एतराज करता था और ममता से रोज मारपीट भी करता था। पत्रकारों के समक्ष घटना का खुलासा करते हुए सीओ भूपेंद्र धोनी ने बताया कि अवैध संबंधों के चलते ही ममता, अशोक व शमीम ने मिलकर फूलचन्द की हत्या की योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया गया। 

    अशोक की निशानदेही पर मृतक फूलचंद का मोबाइल फोन शेरपुर जंगल से बरामद किया गया। शमीम के बारे में जानकारी करने पर अशोक द्वारा शमीम का पता बताया। जिसे भी छोटा रामपुर से गिरफ्तार कर बगीचे से हत्या में प्रयुक्त बाइक व छह हजार रुपये बरामद किए गए। इसके बाद पुलिस ने ममता को शुक्रवार सुबह उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। ममता ने पूछताछ के दौरान अपने पति फूलचन्द की हत्या कराने की बात स्वीकार की। हिस्ट्रीशीटर शमीम ने पचास हजार रुपये लेकर यह हत्या की। पुलिस तीनों को जेल भेज दिया है।

    पत्नी ने ही रची थी पेंटर फूलचंद के हत्या की साजिश

    शेरपुर के पेंटर फूलचंद हत्याकांड के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपित अशोक, शमीम व ममता से पूछताछ में यह तथ्य जाना कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2019 के प्रचार-प्रसार के दौरान अशोक और मृतक की पत्नी ममता के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया था। उनके इस अवैध संबंध की चर्चा भी आम हो चुकी थी, यही नहीं अशोक का ममता से मिलने उसके घर आना फूलचंद को रास नहीं आ रहा था। अंत में उनके संबंध में बाधा बन रहे फूलचंद की हत्या की साजिश रच दी गई। 

     पुलिस पूछताछ में सामने आया कि फूलचंद और उसकी पत्नी ममता के बीच लड़ाई झगड़े अशोक के अवैध संबंध के चलते आए दिन होते रहते थे। यही नहीं उनके बीच विवाद का प्रकरण महिला हेल्प लाइन देहरादून जा चुका है। इसी बीच ममता ने खुद व अशोक के बीच आड़े आ रहे पति फूलचंद को रास्ते से हटाने की साजिश रचने लगी। इस साजिश को अंजाम तक पहुंचाने में काम आया हिस्ट्रीशीटर शमीम। जिसके आपराधिक इतिहास के संबंध में वाहन चालक अशोक को जानकारी थी। अशोक ने फूलचंद की हत्या के लिए हिस्ट्रीशीटर शमीम को तैयार किया और पचास हजार में सुपारी दे दी। इस काम के लिए अशोक शमीम को 48 हजार रुपये दे भी चुका था। 

    घटना से तीन दिन पूर्व ममता, अशोक व शमीम ने प्राथमिक विद्यालय शेरपुर में फूलचंद की हत्या की पूरी तैयारी कर ली। योजना के मुताबिक 13 मई की रात में शमीम अपनी बाइक पर ममता के घर पहुंचा। जहां पर ममता ने अपने पति फूलचंद को पहले ही कच्ची शराब पिला रखी थी। उसके बाद ममता ने एक स्टील की डोलची में उन्हें दो लीटर शराब कहीं से लाकर और दी। शमीम को अलग से जाकर समझाया कि फूलचंद को बाइक से गांव के बाहर किसी सुनसान जगह पर ले जाकर शराब पिलाए और साजिश को अंजाम तक पहुंचा दे। ममता के कहे अनुसार शमीम फूलचंद को अपनी बाइक पर बिठाकर शेरपुर से आगे सिंहनीवाला रोड पर पावर ग्रिड प्लांट के सामने झाड़ियों में ले गया। स्वयं शराब पीने का बहाना करके शराब को गिलास से गिराता रहा और फूलचंद को जमकर शराब पिलाई। जब वह बेहोशी की स्थिति में आने लगा तो शमीम ने अपने स्कार्प से फूलचंद का गला घोंट दिया।

    वादे के अनुसार वारदात को अंजाम देने के बाद शमीम ने इसकी सूचना देने के लिए अशोक को तीन बार काल भी किया और मौके पर आने के लिए कहा, लेकिन अशोक ने मौके पर आने से इनकार कर दिया और अगले दिन मिलने को कहा। जिसके बाद शमीम मृतक फूलचन्द के की-पैड वाले मोबाइल को लेकर अपने घर आ गया। अगले दिन 14 मई को अशोक लगभग दोपहर दो बजे शमीम को रुपये देने के लिए घर पर गया था। पैसे देने के बाद शमीम ने हत्या की घटना को यकीन दिलाने के लिए मृतक फूलचंद का फोन तथा बैटरी अशोक को दे दी। अशोक अपने घर सिंहनीवाला आते समय फोन व उसकी बैटरी को सिंहनीवाला से आगे फेंक दिया था।

    वर्ष 1990 में दर्ज हुआ था शमीम पर हत्या का मुकदमा

    हिस्ट्रीशीटर शमीम पर हरिद्वार के भगवानपुर थाने में वर्ष 1990 में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था, उसके बाद से वर्ष 2014 तक आरोपित शमीम के खिलाफ शस्त्र अधिनियम, मारपीट, जान से मारने के प्रयास, जान से मारने की धमकी, गैंगस्टर एक्ट आदि के दस मुकदमें पहले से दर्ज हैं।

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    सहसपुर व विकासनगर थानों की पुलिस ने मिलकर किया काम

    शेरपुर के फूलचंद हत्याकांड को खोलने के लिए थाना सहसपुर के अलावा कोतवाली विकासनगर की पुलिस ने भी काम किया। पुलिस टीम में सीओ भूपेंद्र धोनी, थानाध्यक्ष सहसपुर एएसपी विशाखा अशोक, एसएसआइ रलिंद्र नेगी, सभावाला प्रभारी किशन देवरानी, दारोगा कुलदीप पंत, सिपाही नीरज शुक्ला, नवीन कोहली, दीपक चौहान, प्रवीण कुमार जितेंद्र कुमार, कैलाशचंद, सर्विलांस टीम विकासनगर के सिपाही जितेंद्र, श्रीकांत मलिक, सावित्री देवी आदि ने हर बिंदुओं को खंगाला और चंद घंटों में ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया।

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