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एटीएम कार्ड क्लोनिंग कर रुपये उड़ाने वाला गिरफ्तार

गुजरात एसओजी और वसंत विहार पुलिस ने एटीएम कार्ड क्लोनिंग कर लाखों रुपये उड़ाने वाले शातिर को दून के वसंत विहार क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।

By Edited By: Published: Thu, 27 Sep 2018 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 27 Sep 2018 03:39 PM (IST)
एटीएम कार्ड क्लोनिंग कर रुपये उड़ाने वाला गिरफ्तार

देहरादून, [जेएनएन]: गुजरात के कई जिलों में एटीएम कार्ड क्लोनिंग कर लाखों रुपये उड़ाने वाले शातिर को गुजरात एसओजी और वसंत विहार पुलिस ने दून के वसंत विहार क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपित चार महीनों से जीएमएसएस रोड स्थित अंकितपुरम में परिवार सहित रह रहा था। आरोपित के कब्जे से पुलिस ने विभिन्न बैंको के 133 क्लोन एटीएम कार्ड, स्कीमर मशीन, कार्ड राइटर, पासबुक और साढ़े नौ लाख की नकदी बरामद की है।

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आरोपित ने गुजरात में करीब 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की बात स्वीकारी है। गुजरात के जूनागढ़ जनपद सहित अन्य जिलों में एटीएम ठगी की घटनाएं लगातार सामने आ रही थीं। पुलिस जांच में सामने आया कि ठगों द्वारा एटीएम क्लोन कर लोगों को चूना लगाया जा रहा है। जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के साथ ही सर्विलांस के माध्यम से एटीएम क्लोनिंग करने वाले लोगों के बारे में छानबीन की। पता चला कि एटीएम क्लोनिंग का एक आरोपित दून में है। जिसके बाद गुजरात की जूनागढ़ एसओजी टीम मंगलवार को दून पहुंची। 

रात को एसओजी और वसंत विहार पुलिस ने संयुक्त रूप से जीएमएस रोड के अंकित पुरम के एक घर में दबिश दी और वहां से संदीप कौशिक पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी मकान नंबर 124 ग्राम मलिकपुर, जिला सोनीपत हरियाणा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने दोस्त के साथ गुजरात के कई जिलों में एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर करीब 30 लाख रुपये निकाले।

आरोपित को दून पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे ट्राजिट रिमाड पर जूनागढ़ पुलिस गुजरात ले गई है। ऐसे करता था वारदात एसओ वसंत विहार हेमंत खंडूरी ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह ऐसे एटीएम को चिह्नित करते थे, जिसमें स्कीमर लगाया जाना आसान हो। स्कीमर लगाने के बाद एटीएम में ट्रांजेक्शन करने वाले उपभोक्ताओं के पीछे लाइन में खड़े हो जाते थे और उसका पिन नंबर देख लेते थे। तीन या चार लोगों के एटीएम से स्कीमर निकाल कर क्लोन एटीएम कार्ड तैयार करते थे।

इसके बाद इन क्लोन एटीएम की मदद से उपभोक्ता के खातों से पैसा निकालते और अपने फर्जी खाते में डाल देते थे। ऐसे करते थे एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार आरोपित ने बताया कि किसी की नजर में न आने के लिए वह ऑनलाइन स्कीमर मशीन, कार्ड राइटर व ब्लैंक एटीएम कार्ड मंगाते थे। इसके बाद मिनी टूल्स नाम के साफ्टवेयर को लैपटॉप में डाउनलोड करते थे।

बाद में एटीएम में लगाये गए स्कीमर में कॉपी हुए एटीएम डाटा को कार्ड राइटर मशीन, डेटा केबल के माध्यम से लैपटॉप में फीड कर समस्त डाटा साफ्टवेयर की मदद से ब्लैंक एटीएम में कॉपी करते थे। उसके बाद वह इन एटीएम कार्ड के माध्यम लोगों को चूना लगते थे। चार महीने रह रहा था दून में एटीएम क्लोनिंग का आरोपित पिछले चार महीने से दून के जीएमएस रोड स्थित अंकितपुरम में परिवार के साथ रहता था। पुलिस के मुताबिक यहां आरोपित के रिश्ते का भाई प्रॉपर्टी डीलर है। उसी के माध्यम से वह दून आया था और यहां कंस्ट्रक्शन का काम करने लगा। आरोपित ने बताया कि दून में उसने किसी क्लोनिंग की घटना को अंजाम नहीं दिया है।

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