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    प्रधानमंत्री लोन योजना के नाम पर ठगने वाले चार युवक गिरफ्तार, पढ़ि‍ए पूरी खबर

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Thu, 10 Dec 2020 11:38 AM (IST)

    दून में प्रधानमंत्री योजना के तहत लोन दिलाने के भ्रामक पोस्टर लगाकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस गिरोह के सभी चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित मूल रूप से हरियाणा व उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।

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    प्रधानमंत्री योजना के नाम पर फर्जी लोन दिलाने वाले आरोपित चार युवकों को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। दून में प्रधानमंत्री योजना के तहत लोन दिलाने के भ्रामक पोस्टर लगाकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस गिरोह के सभी चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित मूल रूप से हरियाणा व उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चौबे ने बताया कि बीती चार दिसंबर को आढ़त बाजार में गश्त के दौरान चीता टीम को दीवारों पर कुछ पोस्टर लगे मिले। इनमें प्रधानमंत्री योजना के तहत आधार कार्ड लोन, पर्सनल लोन, बिजनेस लोन देने की बात कही गई थी। प्राथमिक जांच में सामने आया कि उक्त पोस्टर धोखाधड़ी की नीयत से चस्पा किए गए हैं।

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    आरोपितों की धरपकड़ के लिए पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी नगर और थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी के नेतृत्व में टीमें गठित की गईं। इसके बाद पोस्टर में अंकित मोबाइल नंबरों के संबंध में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि वह उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के हैं। तीनों राज्यों में पुलिस की टीमें भेजी गईं, लेकिन आरोपित अपने मोबाइल नंबर और ठिकाने लगातार बदल रहे थे। हालांकि, बुधवार रात गाजियाबाद से गिरोह के सरगना साहिल गोयल और उसके साथियों पवन सिंह, शरदवीर सिंह व नवीन गुणवाल को गिरफ्तार कर लिया गया। साहिल और नवीन मूल रूप से हिसार (हरियाणा) के रहने वाले हैं। वर्तमान में दोनों ढकोली (पंजाब) में निवास कर रहे थे। वहीं, पवन सिंह और शरदवीर सिंह बरेली (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं। आरोपितों से 5200 रुपये और ठगी में इस्तेमाल किए जाने वाले तीन मोबाइल बरामद किए गए हैं।

    पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि साहिल और नवीन दोस्त हैं। कुछ समय पहले तक साहिल का हरियाणा के हिसार में कपड़ों का कारोबार था, जिसमें उसे लगातार घाटा हो रहा था। इसी दौरान उसके पास एक ठग की कॉल आई, जिसमें वह ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बचा। इसके बाद साहिल के दिमाग में भी जालसाजी का रास्ता अपनाकर जल्द अमीर बनने का विचार आया। उसने लोन दिलाने के नाम पर ठगी की योजना बनाई। इसके लिए उसने नवीन से संपर्क किया। नवीन ने अपने दोस्तों पवन सिंह व शरदवीर सिंह को भी गिरोह में शामिल कर लिया। इसके बाद नवीन ने अपने दोस्त प्रवीण कुमार निवासी जीरकपुर (पंजाब) और उत्तर प्रदेश के बरेली में रहने वाले मंजीत चौधरी, जय गंगवार, सोहन लाल, पवन सिंह व शरदवीर सिंह से साहिल को फर्जी सिम उपलब्ध कराए।

    ऐसे करते थे ठगी

    पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि आरोपित सार्वजनिक स्थानों पर लोन उपलब्ध कराने संबंधी पोस्टर लगाते थे, जिसमें दिए गए मोबाइल नंबर फर्जी नाम-पते पर लिए जाते थे। जब कोई व्यक्ति लोन के लिए कॉल करता तो आरोपित उसे बातों में उलझाकर सिक्योरिटी फीस समेत अन्य मदों में रुपये बैंक खातों में जमा करा लेते। इसके अलावा वह सीधे फोन करके भी लोन दिलाने का झांसा देते थे। आरोपितों ने लोन दिलाने संबंधी पोस्टर उत्तराखंड के अलावा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में भी चिपकाए थे। इनके माध्यम से बीते कुछ दिनों में उनसे 120 व्यक्तियों ने लोन के लिए संपर्क किया। 

    20 से अधिक व्यक्तियों को ठग चुके

    गिरोह के सरगना साहिल ने बताया कि अब तक वह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 20 से अधिक ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। उनके खातों में जो भी पैसा आता था, वह तुरंत निकाल लेते थे। ठगी के बाद उसमें इस्तेमाल किए गए सिम कार्डों का इस्तेमाल कुछ दिन के लिए बंद कर देते थे। पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाना भी बदलते रहते थे। 

    टीम को पुरस्कृत करेंगे डीआइजी

    जालसाजों के इस गिरोह को पकड़ने वाली टीम को डीआइजी अरुण मोहन जोशी नकद पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे। टीम में क्षेत्राधिकारी नगर कोतवाली शेखर चंद्र सुयाल, क्षेत्राधिकारी नेहरू कॉलोनी पल्लवी त्यागी, कोतवाल नगर शिशुपाल नेगी, इंस्पेक्टर नेहरू कॉलोनी, राकेश गुसाईं, प्रभारी निरीक्षक एसओजी ऐश्वर्य पाल सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक लोकेंद्र बहुगुणा, उप निरीक्षक ओमवीर सिंह, सुमेर सिंह, प्रवीण सिंह पुंडीर आदि शामिल रहे।

    बोले अधिकारी

    अरुण मोहन जोशी (डीआइजी) ने कहा कि  लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पुलिस लगातार जनता को धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूक कर रही है। इस गिरोह के पकड़े जाने से लोग जागरूक होंगे। 

    दून में प्रधानमंत्री योजना के तहत लोन दिलाने के भ्रामक पोस्टर लगाकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। इस गिरोह के सभी चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित मूल रूप से हरियाणा व उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।

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