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    PM Modi Rishikesh Rally: योगनगरी ने मोदी को कई रूपों में अपनाया, प्रधानमंत्री बनने के बाद तीन बार आए; स्‍कूटर पर घूूमते थे यहां

    Updated: Fri, 12 Apr 2024 08:55 AM (IST)

    PM Modi Rishikesh Rally प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीर्थनगरी ऋषिकेश से पुराना नाता रहा है। योगनगरी ऋषिकेश ने नरेन्द्र मोदी को एक साधक के रूप में देखा तो राजनीति के शिखर पर पहुंचने के सफर में भी खूब स्नेह लुटाया। साधना काल में मोदी का लंबा समय ऋषिकेश में बीता। इसके अलावा वह उत्तराखंड में केदारनाथ तथा अन्य स्थानों पर भी रहे।

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    PM Modi Rishikesh Rally: सक्रिय राजनीति में आने के बाद भी कई बार नरेन्द्र मोदी आ चुके हैं ऋषिकेश

    दुर्गा नौटियाल, ऋषिकेश। PM Modi Rishikesh Rally: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भले ही आज विश्व स्तर पर एक सफल राजनेता के रूप में पहचान रखते हैं, लेकिन नरेन्द्र मोदी का सक्रिय राजनीति से पहले का जीवन भी कम रोचक नहीं रहा। उनके जीवन का एक अंतराल संतों के सानिध्य में एक साधक के रूप में भी बीता।

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    योगनगरी ऋषिकेश ने नरेन्द्र मोदी को एक साधक के रूप में देखा तो राजनीति के शिखर पर पहुंचने के सफर में भी खूब स्नेह लुटाया। यही वजह है कि प्रधानमंत्री का ऋषिकेश से आत्मीय लगाव है और वह हर बार इसका जिक्र करना नहीं भूलते।

    ऋषिकेश से पुराना नाता

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीर्थनगरी ऋषिकेश से पुराना नाता रहा है। जब वह एक साधक के रूप में संतों के सनिध्य में आए तो उन्होंने सबसे पहले ऋषिकेश का ही रुख किया। साधना काल में मोदी का लंबा समय ऋषिकेश में बीता। इसके अलावा वह उत्तराखंड में केदारनाथ तथा अन्य स्थानों पर भी रहे।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने संबोधन में कई बार इस बात का उल्लेख कर चुके हैँ। राजनीति में आने के बाद जब नरेन्द्र मोदी को संगठन में जिम्मेदारी मिली तब भी उनका ऋषिकेश से लगाव बना रहा। संगठन की ऋषिकेश में होने वाली बैठकों में आने से मोदी कभी नहीं चूके।

    वर्ष 1997 में स्वर्गाश्रम में हुई संगठन की बैठक में भी नरेन्द्र मोदी पहुंचे थे, तब वह भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री थे। नरेन्द्र मोदी के लिए ऋषिकेश उस समय इतना सहज था कि वह एक आम कार्यकर्ता के साथ स्कूटर पर बैठकर ही स्वर्गाश्रम से शीशमझाड़ी स्थित अपने आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती के आश्रम में पहुंच गए। तीर्थनगरी का आशीर्वाद ही रहा कि मोदी को इसके बाद गुजरात में मुख्यमंत्री पद की बड़ी जिम्मेदारी मिली।

    वर्ष 2013 में केदारघाटी में आयी आपदा के समय नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। वह आपदा पीड़ितों की मदद के लिए हवाई जहाज लेकर ही जौलीग्रांट स्थित देहरादून एयरपोर्ट पहुंच गए थे। वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी पहली बार 11 सितंबर 2015 को तीर्थनगरी ऋषिकेश तब आए, जब उनके आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती बीमार हो गए।

    प्रधानमंत्री ने इस दिन ऋषिकेश के आइडीपीएल में ही एक जनसभा भी की थी। प्रधानमंत्री रहते दूसरी बार नरेन्द्र मोदी 07 अक्टूबर 2021 को एम्स ऋषिकेश में आए थे। तब यहां से उन्होंने पीएम केयर फंड से देश के 25 राज्यों व आठ केंद्रशासित प्रदेशों में बने 35 पीएसए आक्सीजन प्लांट का जनता को समर्पित किए थे। अब प्रधानमंत्री रहते हुए मोदी तीसरी बार चुनावी सभा को संबोधित करने ऋषिकेश पहुंचे हैं।

    मोदी को यूएसए में भी महसूस हुई ऋषिकेश की आध्यात्मिक शक्ति

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को ऋषिकेश के आइडीपीएल में चुनावी रैली के दौरान एक घटना को साझा करते हुए ऋषिकेश की आध्यात्मिक शक्ति का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि मैं यूएसए गया था, वहां मैं शाकाहारी खाना तलाश रहा था, तभी एक दुकान में एक अमेरिकन नागरिक नजर आया, उसके गले में रुद्राक्ष की मालाएं थी।

    अभिवादन और बातचीत के बाद उन्हें अपनी शाकाहारी खाना न मिलने की कठिनाई बताई। इस पर अमेरिकन नागरिक ने कहा मैं भी शाकाहारी हूं और आपके खाने का मैं प्रबंध करता हूं। पूछने पर उक्त व्यक्ति ने बताया कि वह कई वर्षों से ऋषिकेश आते जाते रहे हैं, वहां जाकर ही मेरे जीवन में यह बदलाव आया।

    पर्यटन, तीर्थाटन व योग के लिए आएं ऋषिकेश

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ऋषिकेश एक ऐसी जगह है, जहां आपको पर्यटन, तीर्थाटन के साथ योग और अध्यात्म काे जानने का मौका मिलता है। उन्होंने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में ऐसा कोई एडवेंचर टूरिज्म नहीं जो ऋषिकेश में नहीं होता। राफ्टिंग, सफारी, कैंपिंग तथ अन्य साहसिक गतिविधियां यहां उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश आसपास के कई राज्यों के लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है।