आम से खास बनने पर भी डिगी नहीं पीएम की बाबा के प्रति आस्था
वयोवृद्ध तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती कहते हैं जब मोदी आम भक्त की तरह बाबा के दर्शन करते थे। तब उनके चेहरे पर आस्था के जो भाव झलकते थे वह आज खास बनने पर भी वैसे ही हैं।
रुद्रप्रयाग, जेएनएन। तीन दशक पुरानी स्मृतियों को ताजा करते हुए वयोवृद्ध तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती कहते हैं, 'जब मोदी आम भक्त की तरह बाबा के दर्शन करते थे, तब उनके चेहरे पर आस्था के जो भाव झलकते थे, वह आज खास बनने पर भी वैसे ही हैं। यही कारण है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वह व्यस्तताओं के बीच बाबा के दर्शनों को समय निकाल लेते हैं।'
पोस्ती कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमेशा बाबा केदार की कृपा रही है। शनिवार को मंदिर में दर्शनों के दौरान मोदी ने स्वयं कहा कि बाबा के दर्शनों से उनमें ऊर्जा का संचार होता है। वह प्रधानमंत्री भी बाबा की ही कृपा से बने। पोस्ती के अनुसार हर यात्रा में प्रधानमंत्री से उनसे मुलाकात हुई और उन्हीं यही शब्द सुनने को मिले। पोस्ती बताते हैं कि तीन दशक पूर्व जब मोदी एक सामान्य भक्त के रूप में केदारपुरी आते थे, तब भी वह गरुडचट्टी की गुफा में ध्यान-साधना में लीन रहा करते थे। इस दौरान वह रोजाना बाबा के दर्शनों के बाद मंदिर की परिक्रमा कर वापस गरुड़चट्टी लौट जाते थे।
केदारनाथ के ही 73-वर्षीय तीर्थ पुरोहित भगवत वाजपेयी कहते हैं अस्सी के दशक में मोदी तीर्थ पुरोहितों से बातचीत कर केदारनाथ की पौराणिक मान्यताओं की जानकारी लेते थे। उनमें केदारनाथ के प्रति जानकारियां जुटाने की काफी उत्सुकता रहती थी। आपदा के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री रहते भी वह केदारपुरी में हुए नुकसान को देखने पहुंचे थे। तब वे आपदा में हुए नुकसान की भरपाई के लिए गुजरात सरकार की ओर से सहयोग करना चाहते थे।
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