अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव: पीएम मोदी बोले, देश को आगे बढ़ाएंगे योग और विज्ञान
परमार्थ निकेतन आश्रम में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये साधकों को संबोधि किया। मोदी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाएंगे योग और विज्ञान।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: ऋषिकेश में गंगा तट पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में 100 देशों के 12 सौ साधकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि 'योग और विज्ञान ही तरक्की की इबारत लिख सकते हैं।' भारतीय वैज्ञानिकों को साधक बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले माह 104 सेटेलाइट लांच करने के साथ ही हमारे वैज्ञानिकों ने उन्नत मिसाइल तकनीक भी विकसित कर ली है। कहा कि योग और विज्ञान ही विश्व में भारत का नाम रोशन करेंगे।
ऋषिकेश में गंगा तट पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में 100 देशों के 12 सौ साधकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि 'योग और विज्ञान ही तरक्की की इबारत लिख सकते हैं।' भारतीय वैज्ञानिकों को साधक बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले माह 104 सेटेलाइट लांच करने के साथ ही हमारे वैज्ञानिकों ने उन्नत मिसाइल तकनीक भी विकसित कर ली है। कहा कि योग और विज्ञान ही विश्व में भारत का नाम रोशन करेंगे।
महोत्सव के दूसरे दिन प्रधानमंत्री दोपहर बाद करीब 12.45 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये साधकों से रू-ब-रू हुए। उन्होंने कहा कि योग से ही विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है। वैश्विक चुनौतियों की चर्चा करते हुए कहा कि आज दुनिया में सबसे बड़ी समस्या है आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन। इसके लिए शाश्वत समाधान है योग।
प्रधानमंत्री ने साधकों से अपील की कि विश्व शांति के लिए वे योग अपनाएं और वैदिक परंपरा में सहयोगी बनें। कहा कि योग व्यक्तियों को जोडऩे का विधान है। परिवार, समाज, अपने साथी के साथ एकता ही योग है। व्यक्ति से समष्टि तक, मैं से हम तक, अहं से वयं तक के भाव का विस्तार ही योग है। उन्होंने कहा कि योग को मात्र शारीरिक रूप से चुस्त-दुरुस्त रहने के तौर पर देखना उचित नहीं, बल्कि इससे शांति, संतोष और करुणा भी उत्पन्न होता है।
इस अवसर पर उन्होंने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के प्रयासों की सराहना करते हुए योग के लिए ऋषिकेश को सबसे उपयुक्त स्थान बताया। महान जर्मन दार्शनिक मैक्समूलर को उदघृत करते हुए उन्होंने कहा कि 'मानसिक विकास के लिए भारत से बेहतर और कोई देश नहीं हो सकता।' इस दौरान प्रधानमंत्री ने परमार्थ निकेतन के स्वच्छता, जल एवं नदी संरक्षण तथा हरितिमा संवर्धन के कार्यो की भी प्रसंशा की।
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही प्रयास का प्रतिफल है कि आज योग विश्व में आधिकारिक रूप से प्रतिष्ठित है। उन्होंने आह्वान किया 'योग करो, रोज करो, मौज करो।' महोत्सव की संयोजक साध्वी भगवती सरस्वती के संचालन में चले कार्यक्रम में स्वामी दिव्यानंद तीर्थ, स्वामी असंगानंद सरस्वती, पद्मश्री स्वामी डॉ. भारत भूषण, स्वामी सूर्येंदु पुरी आदि उपस्थित थे।
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