उत्तराखंड: तीन दिन पहले हुई पटवारी परीक्षा के दौरान लीक हुआ था पेपर? अधिकारियों ने साधी चुप्पी
इस मामले में लोक सेवा आयोग उत्तराखंड के सभी बड़े जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है। लोक सेवा आयोग परिसर में किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही हैं और अध्यक्ष राकेश कुमार और सचिव गिरधारी सिंह रावत फोन पर बात नहीं कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर भर्ती परीक्षाओं को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बार लेखपाल पदों के लिए कराई गई परीक्षा का पेपर लीक हो गया। राज्य लोक सेवा आयोग ने 536 पदों के लिए यह परीक्षा इसी आठ जनवरी को कराई थी।
परीक्षा का पेपर आयोग में ही अतिगोपन अनुभाग-तीन में कार्यरत अनुभाग अधिकारी संजीव प्रकाश चतुर्वेदी ने अपनी पत्नी रितु की मदद से लीक किया था। इसके बाद 25 लाख रुपये में नकल माफिया को बेच दिया। आयोग ने परीक्षा के पेपर की सुरक्षा का जिम्मा आरोपित अनुभाग अधिकारी को दिया हुआ था।
अनुभाग अधिकारी, उसकी पत्नी और तीन नकल माफिया गिरफ्तार
उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गुरुवार को मामले का राजफाश करने के साथ ही अनुभाग अधिकारी, उसकी पत्नी और तीन नकल माफिया को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से साढ़े 41 लाख रुपये बरामद हुए हैं। एसटीएफ ने उन 35 अभ्यर्थियों को भी चिह्नित किया है, जिन्हें नकल माफिया ने पेपर बेचा था।
चतुर्वेदी ने अपनी पत्नी रितु के मोबाइल से पेपर की फोटो खींची थी। उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य लोक सेवा आयोग ने संजीव चतुर्वेदी को निलंबित कर लेखपाल भर्ती परीक्षा रद कर दी है। रद की गई लेखपाल भर्ती परीक्षा अब 12 फरवरी को होगी।
अगले ही दिन एसटीएफ तक पहुंची सूचना
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि लेखपाल भर्ती परीक्षा के एक दिन बाद गोपनीय सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्तियों ने पेपर लीक कर परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को उपलब्ध करा दिया था। प्रारंभिक जांच में मामले की पुष्टि होने पर गुरुवार सुबह हरिद्वार के थाना कनखल में मुकदमा दर्ज किया गया।
जांच में लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी व उसकी पत्नी रितु के अलावा तीन अन्य व्यक्तियों के नाम सामने आए। पेपर लीक के सरगना अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को आयोग कार्यालय, जबकि उसकी पत्नी रितु को घर से गिरफ्तार किया गया।
अन्य आरोपितों में राजपाल और संजीव कुमार निवासी ग्राम-कुलचंदपुर उर्फ नथौडी थाना-गागलहेड़ी जिला-सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) को उनके वर्तमान निवास हरिद्वार, जबकि रामकुमार को उसके घर ग्राम-सेठपुर थाना-लक्सर, हरिद्वार से पकड़ा गया। मुख्य आरोपित संजीव चतुर्वेदी व रितु से प्रश्न पत्र की कापी और साढ़े 22 लाख रुपये बरामद किए गए। अन्य तीन आरोपितों से 19 लाख रुपये बरामद हुए।
नहीं रुक रही परीक्षा में धांधली
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में बड़े पैमाने पर हुई धांधली के बाद अब राज्य लोक सेवा आयोग भी सवालों के घेरे में आ गया। गत वर्ष अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से कराई गई भर्ती परीक्षाओं में धांधली सामने आने के बाद सरकार ने लेखपाल भर्ती परीक्षा की जिम्मेदारी राज्य लोक सेवा आयोग को दी थी। लेकिन पारदर्शी परीक्षा कराने के लोक सेवा आयोग की ओर से किए जा रहे दावे हवा हो गए।
पत्नी के मोबाइल से किया पेपर लीक
परीक्षा का पेपर चुराने से लेकर उसे बेचने में अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की पत्नी रितु ने उसका पूरा साथ दिया। रितु को जब पता चला कि पेपर पति संजीव के अनुभाग में रखा गया है तो उसने पति के साथ पेपर लीक करने की साजिश रची।
पति पर संदेह न हो, इसलिए रितु ने अपना मोबाइल उसे पेपर की फोटो खींचने के लिए दिया और वाट्सएप के जरिये पेपर को सर्कुलेट भी रितु के मोबाइल से ही किया गया। रितु के मोबाइल से वाट्सएप काल के जरिये संजीव चतुर्वेदी ने अपने परिचत गेस्ट लेक्चरर राजपाल के साथ पेपर का सौदा किया। राजपाल ने अपने परिचित हरिद्वार में निजी पैथोलाजी लैब में कार्यरत टेक्नीशियन संजीव और रामकुमार को भी साजिश में शामिल किया।
हरिद्वार व सहारनपुर में लगी नकल की पाठशाला
अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने करीब 25 लाख रुपये में पेपर राजपाल और उसके साथियों को बेच दिया। इसके बाद राजपाल ने संजीव और रामकुमार के साथ वाट्सएप के माध्यम से अभ्यर्थियों से संपर्क किया और लक्सर (हरिद्वार) व बिहारीगढ़ (सहारनपुर) में पेपर हल कराया।
35 अभ्यर्थी चिह्नित, कई अन्य रडार पर
एसटीएफ की प्राथमिक जांच में परीक्षा का प्रश्न पत्र खरीदने वाले 35 अभ्यर्थी चिह्नित किए गए हैं, जबकि कई अन्य अभ्यर्थी भी रडार पर हैं।
एक लाख से अधिक ने दी थी परीक्षा
लेखपाल के 536 पदों के लिए आठ जनवरी को हुई परीक्षा में एक लाख, 58 हजार, 210 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, जबकि एक लाख, 14 हजार, 71 अभ्यर्थी इसमें शामिल हुए।
कड़ी सुरक्षा के बीच अब 12 फरवरी को होगी परीक्षा
राज्य लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि अब लेखपाल भर्ती परीक्षा विजिलेंस, इंटेलीजेंस और पर्याप्त पुलिस बल की मौजूदगी में 12 फरवरी को होगी। वहीं, 12 फरवरी को होने वाली सहायक लेखाकार व लेखा परीक्षक की भर्ती परीक्षा 19 फरवरी को होगी।
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