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आनलाइन ठगी : वाइन, सोना और मसाले खरीदने-बेचने के नाम पर चल रहा था खेल, एसटीएफ ने किया पर्दाफाश

उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने आनलाइन ठगी करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग एक वेबसाइट के जरिये सामान खरीदने और बेचने के नाम पर ठगी कर रहे थे। गिरफ्तार लोगों में से एक खुद को फिल्म निर्माता बता रहा है।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Sat, 26 Feb 2022 07:51 PM (IST)Updated: Sat, 26 Feb 2022 07:51 PM (IST)
आनलाइन ठगी : वाइन, सोना और मसाले खरीदने-बेचने के नाम पर चल रहा था खेल, एसटीएफ ने किया पर्दाफाश
एसटीएफ ने दो व्यक्तियों को भोपाल से गिरफ्तार किया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने आनलाइन ठगी करने के आरोप में दो व्यक्तियों को भोपाल से गिरफ्तार किया है। ये लोग एक वेबसाइट के जरिये वाइन, सोना और मसाले खरीदने और बेचने के नाम पर ठगी कर रहे थे। पुलिस के अनुसार जांच के दौरान पता चला कि पिछले एक वर्ष में दोनों आरोपितों के बैंक खातों से सिंगापुर स्थित विभिन्न बैंक खातों में लगभग पौने दो अरब रुपये भी ट्रांसफर किए गए हैं। ऐसे में पुलिस मामले को मनी लांड्रिंग से जोड़कर भी देख रही है। पूछताछ में पता चला कि ये लोग भारत में पुरानी विदेशी फिल्मों का प्रसारण भी करते हैं। गिरफ्तार लोगों में से एक खुद को फिल्म निर्माता बता रहा है। मनी लांड्रिंग को देखते हुए पुलिस प्रवर्तन निदेशालय को भी पत्र भेज रही है।

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पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने बताया कि बीते वर्ष सितंबर में हरिद्वार के ज्वालापुर निवासी अमित कुमार ने तहरीर दी थी कि अज्ञात व्यक्ति ने आनलाइन ट्रेडिंग कंपनी जीएलसी प्राइवेट लिमिटेड की फर्जी वेबसाइट के जरिये वाइन, सोना और मसाले आनलाइन बेचकर तीन गुना मुनाफा कमाने के नाम पर 15 लाख रुपये ठग लिए हैं। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। जांच में पता चला कि वेबसाइट हांगकांग में बनी है। जांच में यह भी सामने आया कि कंपनी के ग्लैक्सी व्हाइट कंपनी व एयू स्माल फाइनेंस के नाम से क्रमश: आइसीआइसीआइ और बैंक आफ इंडिया में खाते हैं। ठगी की रकम इन्हीं खातों में जमा की जा रही थी।

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इसके अलावा कुछ रकम पंजाब के फरीदकोट स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया की शाखा में भी ट्रांसफर की गई थी। यह खाता फरीदकोट के रहने वाले रोहित कुमार के नाम पर था। पुलिस ने इसी साल जनवरी में रोहित को गिरफ्तार कर लिया। रोहित से पूछताछ के आधार पर छानबीन की गई तो रचित शर्मा और सुरेश यादव का नाम सामने आया। पुलिस ने शुक्रवार को दोनों को भोपाल (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपित भोपाल के अवधपुरी के रहने वाले हैं। आरोपितों से दो दर्जन एटीएम कार्ड बरामद किए गए। इसके अलावा दोनों के खाते भी फ्रीज किए गए हैं। इनमें 15 लाख रुपये जमा हैं। साथ ही एक लग्जरी कार जब्त की गई है।

पैसा विदेश भेजने के लिए फिल्मों को बनाया माध्यम

पुलिस क्षेत्राधिकारी (साइबर) अंकुश मिश्रा ने बताया कि आरोपित आनलाइन ट्रेडिंग कंपनी की फर्जी वेबसाइट के जरिये ठगी गई धनराशि को सिंगापुर स्थित विभिन्न बैंक खातों में भेज रहे थे। इसके लिए उन्होंने अनूठा तरीका चुना। आरोपित वर्षों पुरानी विदेशी फिल्मों के अधिकार खरीदते थे। भारत में इन फिल्मों के प्रसारण से होने वाले लाभ के नाम पर ठगी की धनराशि विदेश भेजी जा रही थी। पूछताछ में रचित शर्मा ने बताया कि उसने दो फिल्मों 'फरेब' व 'लाइफ इन मुंबई' का निर्माण किया है। इसके अलावा अब वह आधा दर्जन विदेशी फिल्मों का प्रसारण अधिकार हासिल करने की भी तैयारी कर रहा था। पुलिस ने इससे संबंधित दस्तावेज भी कब्जे में ले लिए हैं।

ऐसे फंसाते थे शिकार

पुलिस क्षेत्राधिकारी (साइबर) अंकुश मिश्रा ने बताया कि ठगों के चंगुल में फंसे हरिद्वार के अमित ने वेबसाइट पर पांच हजार रुपये कीमत के मसाले और वाइन की बुकिंग की। आनलाइन माध्यम से भुगतान भी कर दिया। शुरुआत में शातिरों ने अमित के खाते में 11 हजार रुपये डाले और बताया कि उनका सामान इस कीमत पर बिक गया है। इसके बाद लालच में अमित ने बैंक से ऋण लेकर आरोपितों को आनलाइन माध्यम से 15 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद भी शातिर उनसे पैसे की मांग करते रहे। जब काफी दिनों तक लाभ की रकम नहीं मिली तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ।


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