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जिंदगी की गाड़ी खींचने में खेवनहार बना ईपीएफओ, पीएफ खातों से निकाले गए एक हजार करोड़ रुपये

प्रोविडेंट फंड (पीएफ) की राशि यूं तो आपातकाल के लिए सुरक्षित रखी जाती है। शायद इसी वजह से कोरोना काल में अब तक पीएफ खातों से एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाली जा चुकी है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 02 Jun 2021 10:48 AM (IST)Updated: Wed, 02 Jun 2021 10:48 AM (IST)
कोरोनाकाल में अब तक प्राप्त दावों की बात करें तो उत्तराखंड में 5.29 लाख क्लेम सेटेल किए गए हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून। प्रोविडेंट फंड (पीएफ) की राशि यूं तो आपातकाल के लिए सुरक्षित रखी जाती है और प्रत्येक कार्मिक यही कामना करता है कि उसे कभी पीएफ निकालने की जरूरत न पड़े। फिर भी तमाम परिस्थितियों में पीएफ में जमा राशि निकालने की जरूरत पड़ जाती है और कोरोनाकाल में यह जरूरत विभिन्न कारणों से कुछ अधिक पड़ने लगी है। शायद इसी वजह से कोरोनाकाल में अब तक पीएफ खातों से एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाली जा चुकी है।

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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के क्षेत्रीय आयुक्त मनोज कुमार यादव के मुताबिक, केंद्र सरकार ने बीते साल मार्च 2020 से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में पीएफ एडवांस निकालने की सुविधा दी थी। कोविड एडवांस के रूप में तीन महीने का वेतन (बेसिक व डीए) या खाते में जमा राशि का 75 फीसद, जो भी कम है, उसे निकाला जा सकता है। पीएफ अंशधारकों की जरूरत को समझते हुए कोविड दावों का निपटारा शीर्ष प्राथमिकता पर तीन दिन के भीतर किया जा रहा है।

कोरोनाकाल में अब तक प्राप्त दावों की बात करें तो उत्तराखंड (देहरादून व हल्द्वानी) में 5.29 लाख क्लेम सेटेल किए गए हैं। इनमें 1025 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है। उत्तराखंड में ईपीएफओ सदस्यों के 5.30 लाख खाते हैं और इस लिहाज से औसतन हर एक खाते के बराबर क्लेम सेटेल किया गया है।

मई माह में 40 करोड़ रुपये के क्लेम मिले

ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त के मुताबिक, मई 2021 में पीएफ सदस्यों ने 24 हजार, 352 क्लेम के दावे प्रस्तुत किए। इसके सापेक्ष करीब 40 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई। वहीं, बीते वर्ष अप्रैल माह में इससे अधिक तीन हजार, 17 दावों में 58 करोड़ रुपये के क्लेम सेटेल किए गए।

कोविड से मृत्यु वालों की दें ईपीएफओ को सूचना

ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त ने अपील की है कि जिनके माता-पिता ईपीएफओ के सदस्य थे और कोरोना से उनकी मृत्यु हुई है तो इसकी तत्काल सूचना दें। ताकि उनके देयकों का भुगतान शीर्ष प्राथमिकता पर किया जा सके। वहीं, बीमा योजना के नियमों में संशोधन के चलते अब छह लाख रुपये की जगह सात लाख रुपये अदा किए जा रहे हैं।

कोविड मद में हुए 146 करोड़ के क्लेम सेटेल

विभिन्न मद में क्लेम के दावों के अतिरिक्त ईपीएफओ में 88 हजार से अधिक दावे प्राप्त किए गए और इसके सापेक्ष 146 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की गई।

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