रिवाल्वर और छह जिंदा कारतूस के साथ एक गिरफ्तार, इस बात का पता लगाने में जुटी पुलिस
ऋषिकेश की कोतवाली पुलिस ने फर्जी दस्तावेज रिवाल्वर और छह जिंदा कारतूस के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है कि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत दो दिन पूर्व 32 बोर के 11 कारतूस, एक चाकू और फर्जी दस्तावेज रखने के आरोप में इटावा उत्तर प्रदेश निवासी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। इसकी निशानदेही पर कोतवाली पुलिस ने एक अन्य स्थानीय व्यक्ति को एक रिवाल्वर और छह जिंदा कारतूस सहित गिरफ्तार किया है। यह लाइसेंसी रिवाल्वर और कारतूस यहां तक कैसे पहुंचे जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि बीते शनिवार को फर्जी दस्तावेज, 11 जिंदा कारतूस 12 बोर एवं एक चाकू के साथ विवेक अग्निहोत्री पुत्र नीर अग्निहोत्री निवासी 84 कटरा पाल सिंह थाना कोतवाली सदर इटावा उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में दीपक कौशिक निवासी मालवीय नगर ऋषिकेश ने सूचना दी थी कि बीते शुक्रवार को उसके घर पर एक व्यक्ति किराए पर आकर रुका था। जो अपना बैग रखकर कहीं बाहर चला गया। जब वह वापस नहीं आया तो शक होने पर कमरे में रखे उसके बैग की तलाशी ली गई तो बैग से एक चाकू और 11 कारतूस मिले। जिस पर पुलिस ने आसपास क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया। कुछ देर बाद विवेक कुमार नामक यह व्यक्ति दोबारा कमरे में आया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रभारी निरीक्षक नेगी ने बताया कि विवेक से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसके बैग में 32 बोर का एक रिवाल्वर और उसके अंदर छह कारतूस लोड हैं, जो बैग से गायब हैं। जिसके घर में वह रुका था, उसने ही मेरा रिवाल्वर लिया था।
पुलिस के मुताबिक बीते रविवार को संबंधित घर की तलाशी ली गई और वहां खड़ी एक स्विफ्ट कार की भी तलाशी ली गई। कार की डिक्की के अंदर से एक रिवाल्वर और छह कारतूस बरामद कर लिए गए। इस मामले में धीरज कौशिक पुत्र महेंद्र कौशिक निवासी गली नंबर आठ मालवीय नगर आइडीपीएल ऋषिकेश को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार धीरज कौशिक मकान मालिक का ही करीबी रिश्तेदार है। पुलिस ने जब इस रिवाल्वर की जांच की तो पता चला यह लाइसेंसी रिवाल्वर है। यह रिवाल्वर आरोपित विवेक कुमार के पास कहां से आया इसकी भी जांच की जा रही है। जिसके लिए उसे रिमांड पर लिया जाएगा। लाइसेंसी रिवाल्वर के नंबर के आधार पर उसके मालिक का भी पता लगाया जा रहा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।