कोरोना संक्रमित मिलने पर बंद नहीं होंगे कार्यालय
किसी भी कार्यालय में अब कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर उसे बंद नहीं किया जाएगा। अलबत्ता संक्रमित मरीज मिलने की सूचना पर उसके कार्यालय कक्ष के साथ ही उन स्थानों को छिड़काव कर विसंक्रमित किया जाएगा जहां वह पिछले 48 घंटे के दौरान गया हो।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: किसी भी कार्यालय में अब कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर उसे बंद नहीं किया जाएगा। अलबत्ता, संक्रमित मरीज मिलने की सूचना पर उसके कार्यालय कक्ष के साथ ही उन स्थानों को छिड़काव कर विसंक्रमित किया जाएगा जहां वह पिछले 48 घंटे के दौरान गया हो। ये भी साफ किया गया है कि कार्यालय में दो से अधिक संक्रमित मिलने पर पूरे कार्यालय को विसंक्रमित किया जाएगा। इसके बाद कार्यालय में काम फिर से शुरू कर दिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्यालयों में कोविड-19 की रोकथाम के लिए जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में ये प्रविधान किए हैं।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले अब लगातार कम हो रहे हैं। इसे देखते हुए कुछ समय पहले प्रदेश सरकार ने सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर पहले 30 फीसद और बाद में 50 फीसद की छूट को समाप्त कर दिया था। इसके बाद हाल ही में गर्भवती महिला कार्मिक और ऐसी महिला कार्मिक जिनके बच्चे 10 साल से कम आयु के हैं, को कार्यालय आने को लेकर दी गई छूट भी समाप्त कर दी गई थी। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की नई एसओपी में उक्त व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है।
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इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि केवल कंटेनमेंट जोन में आने वाले कार्यालय ही बंद रखे जाएंगे। इनके बाहर के सभी कार्यालय सुचारू रूप से चलेंगे। कार्यालयों में कोरोना की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करना होगा। कार्यालय में कोरोना का कोई मामला सामने आने पर इसकी सूचना तुरंत नजदीकी अस्पताल को देनी होगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तुरंत जोखिम का आकलन किया जाएगा। संपर्क में आने वालों का भी कोरोना टेस्ट किया जाएगा। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी का कहना है कि कार्यालयों में कोरोना से रोकथाम के लिए जारी मानकों का अनुपालन कराया जा रहा है।
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