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    अब रक्तदान से नहीं घबराते लोग, बढ़ रही रक्तदाताओं की संख्या

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Mon, 01 Oct 2018 09:51 AM (IST)

    उत्‍तराखंड में इस साल 30 अगस्त तक 57,660 यूनिट रक्तदान हुआ। इनमें 45 हजार से अधिक स्वैच्छिक रक्तदाता शामिल हैं।

    अब रक्तदान से नहीं घबराते लोग, बढ़ रही रक्तदाताओं की संख्या

    देहरादून, [जेएनएन]: रक्तदान को लेकर लोगों के मन की भ्रांतियां धीरे-धीरे दूर होती जा रही हैं। अब लोग जरूरतमंदों को रक्तदान के लिए आगे आने लगे हैं। राज्य में इस साल 30 अगस्त तक 57,660 यूनिट रक्तदान हुआ। इनमें 45 हजार से अधिक स्वैच्छिक रक्तदाता शामिल हैं।

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    स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों  के अनुसार वर्तमान में उत्तराखंड में 36 रक्त बैंक हैं। जिनमें 25 सरकारी और 11 निजी हैं। यूसैक्स के अपर परियोजना निदेशक डॉ. वीएस टोलिया के अनुसार 2016-17 में 1.24 लाख यूनिट रक्त एकत्र किया गया। जबकि 2017 में यह बढ़कर 1.26 लाख पहुंच गया। इस साल भी अगस्त तक यह आंकड़ा 57 हजार के पार पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश के 13 जिलों में से प्रत्येक में रक्त बैंक स्थापित है। हम उन चुनिंदा राज्यों में शुमार हैं, जहां हर जनपद में ब्लड बैंक की सुविधा है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे हिमालयी राज्यों में भी यह सुविधा नहीं है। इन ब्लड बैंक में 14 में ब्लड सेपरेशन यूनिट हैं, जो अलग-अलग रक्त घटकों को प्राप्त करने में मदद करती है। इनमें रेड ब्लड सेल, प्लेटलेट, प्लाच्मा और क्रियो प्रेसिटिट शामिल है। यहां एक बात और गौर करने वाली है। उत्तराखंड देश के उन कुछ राज्यों में शामिल है, जहां सरकारी अस्पताल के सभी भर्ती मरीजों को अब निश्शुल्क रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है। इस साल एक अप्रैल से यह व्यवस्था लागू की जा चुकी है। डॉ. टोलिया ने आमजन से अपील की कि वह नियमित रूप से रक्तदान करते रहें। ताकि जरूरतमंद को आसानी से और सही समय पर रक्त मिल जाए। 

    हेपेटाइटिस को लेकर संजीदा होने की जरूरत: प्रदेश को हेपेटाइटिस-बी और सी की रोकथाम में अब भी लंबा सफर तय करना है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कुछेक जागरूकता कार्यक्रमों को छोड़ इस पहलू की अनदेखी की जा रही है। 2017-18 में एकत्रित रक्त में हेपेटाइटिस बी की गणना 0.84 प्रतिशत थी। जबकि, हेपेटाइटिस-सी की 0.96 प्रतिशत। जबकि, इस साल अगस्त तक हेपेटाइटिस-सी की गणना 0.94 प्रतिशत हो गई है। जबकि, हेपेटाइटिस-बी की 0.75 प्रतिशत है।

    ई-रक्तकोष से जुड़े ब्लड बैंक 

    किस ब्लड बैंक में किस ग्रुप का कितना ब्लड स्टॉक है, इसकी जानकारी अब एक क्लिक पर मुमकिन है। राज्य में तमाम निजी व सरकारी ब्लड बैंक ई-रक्तकोष पोर्टल से जुड़ गए हैं। इससे कोई भी व्यक्ति घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ब्लड बैंक में ब्लड की उपलब्धता देख सकता है।

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