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    गुणवत्तापरक सेवाओं के लिए अब अस्पतालों की रेटिंग, क्लेम राशि पर मिलेगा लाभ

    By BhanuEdited By:
    Updated: Fri, 31 Jan 2020 01:07 PM (IST)

    आयुष्मान योजना के तहत लाभार्थियों को अच्छी व गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के मकसद से अब संबद्ध अस्पतालों की रेटिंग की जाएगी।

    गुणवत्तापरक सेवाओं के लिए अब अस्पतालों की रेटिंग, क्लेम राशि पर मिलेगा लाभ

    देहरादून, जेएनएन। आयुष्मान योजना के तहत लाभार्थियों को अच्छी व गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के मकसद से अब संबद्ध अस्पतालों की रेटिंग की जाएगी। उन्हें गोल्ड, सिल्वर व ब्रांज कैटेगरी में रखा जाएगा। पहली दो कैटेगरी के अस्पतालों को क्लेम राशि पर 10 से 15 फीसदी तक अतिरिक्त लाभ दिया जाएगा। जिस अस्पताल के पास क्वालिटी सर्टिफिकेशन नहीं होगा वह आयुष्मान से बाहर हो जाएगा। 

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    राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) की ओर से चंदरनगर स्थित संभागीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र में इस विषय पर सरकारी व निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों की कार्यशाला हुई। मास्टर ट्रेनर डॉ. सुखदीप कौर समेत अन्य अफसरों ने बताया कि योजना के तहत मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए अस्पतालों की ऑनलाइन रेटिंग कराई जा रही है। 

    इसके लिए गुणवत्ता परिषद (क्यूसीआइ) के साथ अनुबंध किया गया है। क्वालिटी सर्टिफिकेट के लिए गोल्ड, सिल्वर व ब्रांज कैटेगरी तय की गई है। उन्होंने बताया कि एनएचए की ओर से ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किए गए प्रश्नों के सवालों का दस्तावेज सहित जवाब अपलोड करने के बाद मूल्यांकन की प्रक्रिया होगी। 

    इसके आधार पर मेडल तय होगा। ब्रांज मेडल वाले अस्पताल छह महीने के बाद सिल्वर और इसके बाद गोल्ड के लिए आवेदन कर सकेंगे। जिस अस्पताल के पास गुणवत्ता सर्टिफिकेट है, वह केंद्र सरकार की तरफ से दिए जाने वाले गोल्ड, सिल्वर व ब्रांज मेडल के लिए आवेदन कर सकेंगे। जिन अस्पतालों के पास गोल्ड या सिल्वर में से कोई भी एक मेडल होगा, उस अस्पताल संचालक को आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीज को इलाज उपलब्ध कराने पर 10 से 15 फीसदी तक अधिक राशि का भुगतान किया जाएगा। 

    वहीं, जिस अस्पताल के पास तीन मेडल में से एक भी मेडल नहीं होगा, वह आयुष्मान योजना के पैनल से बाहर कर दिया जाएगा। इस दौरान आयुष्मान योजना से डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, डॉ. वीके चक्रपाणी, डॉ. तरुण जोशी, डॉ. अनस कुरैशी, दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री, अजय कन्नोजिया, विशाल नारायण, दिनेश रावत आदि मौजूद रहे। 

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    गोल्डन को 182, सिल्वर मेडल को 25 सवाल 

    ऑनलाइन रेटिंग में गोल्डन मेडल के लिए 182, सिल्वर के लिए 25 एवं ब्रांज के लिए 20 सवालों का जवाब देना होगा। जिसमें बेड, स्टाफ, सुरक्षा, संसाधन, मरीजों का फीडबैक, प्रशिक्षित स्टाफ आदि शामिल हैं।

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