पूर्व सैन्य अफसर बोले, लाचार है पाकिस्तान; चाहकर भी कुछ नहीं कर पाएगा
रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो कुछ वक्त पाकिस्तान बस दिखावा करेगा। पाक सेना और आइएसआइ सीमा पार से आतंकी गतिविधिया भी बढ़ा सकते हैं। सीधा युद्ध लड़ने की हिमाकत वह नहीं करेगा।
देहरादून, जेएनएन। भारत के एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान बौखला गया है। भारत ने पाकिस्तान में घुसकर उसके सीने पर वह जख्म दिए हैं जिसे वह चाहकर भी नहीं भूल सकेगा। लेकिन वह कुछ कर सकने की स्थिति में भी नहीं है। रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो अगले कुछ वक्त पाकिस्तान बस दिखावा करेगा। वह एलओसी पर संघर्ष विराम को तोड़ेगा, वहां मोर्टार व आर्टिलरी फायरिंग बढ़ाएगा और देशवासियों को बताएगा कि उसने भारत को काफी नुकसान पहुंचाया है। पाक सेना और आइएसआइ सीमा पार से आतंकी गतिविधिया भी बढ़ा सकते हैं। सीधा युद्ध लड़ने की हिमाकत वह नहीं करेगा।
युद्ध की हिमाकत पाकिस्तान नहीं करेगा
ले. जनरल गंभीर सिंह नेगी (सेवानिवृत्त) का कहना है कि वायुसेना ने जो कार्रवाई की है उससे दो-तीन बातें उभरकर आई हैं। हमने न केवल दुश्मन को अपनी ताकत दिखा दी, बल्कि मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति का भी परिचय दिया। भारत ने पाकिस्तानी सेना को निशाना नहीं बनाया, बल्कि आतंकी ठिकानों पर प्रहार किया है। ऐसे में पाकिस्तान को इस मोर्चे पर भी सहानुभूति मिलने की उम्मीद कम है। यानि हमारी कूटनीतिक जीत भी है। जहां तक युद्ध का प्रश्न है, यह हिमाकत पाकिस्तान नहीं करेगा। यह जरूर है कि वह आने वाले दिनों में आतंकी गतिविधियां बढ़ा सकता है। जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि देश के अन्य हिस्सों में वह सॉफ्ट टार्गेट तलाशेगा। ऐसे में सचेत रहने की आवश्यकता है। इसके अलावा एलओसी पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ेंगी।
आने वाले दिनों में पाकिस्तान एलओसी पर संघर्ष विराम तोड़ेगा
ले. जनरल ओपी कौशिक (सेवानिवृत्त) का कहना है कि पाकिस्तान ने भारत के हमले के तत्काल बाद चीन समेत कई देशों से बात की, लेकिन उसे वहा भी मुंह की खानी पड़ी। अब पाकिस्तान भारत से बदला लेने के लिए नई रणनीति पर काम कर रहा है। लेकिन उसे इसमें भी सफलता हासिल होती नहीं दिख रही है। इन हालात में उसके पास सिवाय दिखावा करने के कुछ नहीं बचा है। यही उसने किया भी है। आने वाले दिनों में पाकिस्तान एलओसी पर संघर्ष विराम तोड़ेगा। एलओसी पर मोर्टार और आर्टिलरी फायरिंग बढ़ाएगा और अपने देशवासियों को बताएगा कि उसने भारत को काफी नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा आतंकी गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।
एयर स्ट्राइक के जरिये भारत ने अपनी ताकत दिखायी
मेजर जनरल सी नंदवानी (सेवानिवृत्त) का कहना है कि एयर स्ट्राइक के जरिये भारत ने अपनी ताकत दिखा दी है। इस हमले से सीमा पार पाकिस्तान को सख्त संदेश दे दिया गया है कि उसकी नापाक हरकतों पर अब चुप नहीं बैठा जाएगा। लेकिन अब इसे बहुत बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि जंग लड़ना किसी के भी पक्ष में नहीं है। हम 1971 या अन्य युद्ध की बात करें, तो तब परिस्थितियां कुछ और थी। युद्ध होता है तो न केवल सेना बल्कि लोगों को भी इसका खामियाजा भुगतना होगा। ऐसे में पब्लिक सेंटिमेंट पर जाने की बजाय समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएं। इतना जरूर कहूंगा कि पाकिस्तानी सेना और वहा की खुफिया एजेंसी आइएसआइ सीमा पार से आतंकी गतिविधिया बढ़ा सकते हैं।
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर छेड़ रखी
ब्रिगेडियर आरएस रावत (सेवानिवृत्त) का कहना है कि पाकिस्तान ने दशकों से अपनी सेना के इतर आतंकी गुटों की संसाधनों से मदद कर सीधी लड़ाई के बजाय भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर छेड़ रखी है। पारंपरिक युद्ध लड़ने की स्थिति में वह नहीं है। फिर भी हमें सचेत होने की जरूरत है। आज की परिस्थिति में सैन्य और राजनीतिक अनिवार्यता का घालमेल हो गया है। विशुद्ध सैन्य अनिवार्यता की स्थिति में आक्रामकता की स्थिति को आका जा सकता है, लेकिन जब इसमें राजनीतिक अनिवार्यता शामिल हो जाए, तो यह मुश्किल हो जाता है कि आक्रामकता का पैमाना क्या होगा। सीमा के दोनों तरफ ऐसी ही स्थिति है।
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