उत्तराखंड के नौ कैंट बोर्ड हुए भंग, कमान वैरी बोर्ड के हाथ
उत्तराखंड के नौ कैंट बोर्ड का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो गया है। अब सभी कैंट में वैरी बोर्ड काम करेगा। जब तक बोर्ड के लिए नामित सदस्य नहीं चुना जाता तब तक कैंट बोर्ड की कमान सेना और सीईओ के हाथ में रहेगी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के नौ कैंट बोर्ड के साथ ही देशभर के 56 कैंट बोर्ड का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो गया है। अब सभी कैंट में वैरी बोर्ड काम करेगा। जब तक बोर्ड के लिए नामित सदस्य नहीं चुना जाता, तब तक कैंट बोर्ड की कमान सेना और सीईओ के हाथ में रहेगी। बोर्ड अध्यक्ष नामित सदस्य के लिए नाम जल्द ही रक्षा मंत्रलय को भेजेंगे। उत्तराखंड के नौ कैंट बोर्ड सहित देशभर के 56 कैंट बोर्ड का कार्यकाल साल भर पहले खत्म हो गया था, लेकिन चुनाव न होने के कारण बोर्डो को छह-छह माह के दो एक्सटेंशन दे दिए गए थे।
दूसरे एक्सटेंशन की अवधि भी बुधवार को समाप्त हो गई है। इसलिए सभी कैंट बोर्ड अब भंग माने जाएंगे। इसकी अधिसूचना एक फरवरी को जारी कर दी गई थी। क्लेमेनटाउन कैंट बोर्ड के सीईओ अभिषेक राठौर ने कहा कि वैरी बोर्ड ने काम शुरू करना शुरू कर दिया है।
विदाई समारोह में भावुक हुए सभासद
बोर्ड भंग होने के बाद कैंट बोर्ड क्लेमेनटाउन प्रशासन की ओर से उपाध्यक्ष, सभासदों को विदाई दी गई। इस दौरान बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर रवि डिमरी ने सभी को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य में भी इसी प्रकार से जनता की सेवा करने की अपील की। इस दौरान कैंट प्रशासन की ओर से उपाध्यक्ष के साथ ही सभी सभासदों को शॉल और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित भी किया। विदाई कार्यक्रम में सभासद बीना नौटियाल, सभासद रामकिशन यादव और सभासद मोहम्मद तासीन भावुक हो गए। इस दौरान कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह कंडारी, पूर्व उपाध्यक्ष व सभासद सुनील कुमार सहित अन्य सभासदों ने अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यो का ब्योरा रखा और कैंट अध्यक्ष और सीईओ से मिले सहयोग के लिए भी आभार प्रकट किया। सीईओ ने भी बोर्ड के रहते शुरू हुए और शुरू होने जा रहे कार्यो का ब्योरा रखा। इधर, छावनी परिषद देहरादून की मुख्य अधिशासी अधिकारी तनु जैन ने भी सभासद मेघा भट्ट, विनोद पंवार, कमलराज व जितेंद्र तनेजा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
गढ़ी कैंट और प्रेमनगर में खुलेंगे जन औषधि केंद्र
कैंट क्षेत्र की जनता को कम कीमत पर दवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से छावनी परिषद देहरादून जल्द ही दो जन औषधि केंद्र खोलेगा। इनमें एक जन औषधि केंद्र गढ़ी कैंट व एक प्रेमनगर में खोला जाएगा। हाल ही में आयोजित बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई है।
केंद्र सरकार की योजना जन औषधि केंद्र से देशभर की जनता को लाभ मिल रहा है। पर छावनी परिषद के अंतर्गत आने वाली जनता को इसका लाभ नही मिल पा रहा था। जिसकी बड़ी वजह छावनी क्षेत्र में एक भी जन औषधि केंद्र का न होना है। ऐसे में क्षेत्र में जन औषधि केंद्र खोले जाने की मांग लगातार की जा रही थी। सीईओ तनु जैन ने कहा कि जन औषधि केंद्र खुलने से आम जन को जेनरिक दवाएं उपलब्ध होंगी। बाजार से सस्ते दाम पर दवा मिलेगी। सस्ती दवा मिलने से ऐसे व्यक्तियों को बहुत ही लाभ मिलेगा जो रोज दवा पर निर्भर रहते हैं।
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