उत्तराखंड के नए डीजीपी अशोक कुमार बोले, बदमाशों में पुलिस का खौफ होगा और आमजनता में पुलिस के प्रति बढ़ेगा विश्वास
नव नियुक्त पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि व्यवस्था ऐसी की जाएगी कि बदमाशों में पुलिस का खौफ होगा और आमजनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। थानों में जन शिकायतों की शत-प्रतिशत सुनवाई कर निस्तारण किया जाएगा। शिकायतें न दर्ज करने पर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: राज्य में अब पुलिसिंग को और सशक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे। बढ़ते साइबर अपराधों को देखते हुए पुलिस जिलों के साइबर सेल को और मजबूत बनाएगी। इन्हें जीरो एफआइआर दर्ज करने का अधिकार दिया जाएगा, ताकि पीड़ित को जगह-जगह न भटकना पड़े। कुमाऊं क्षेत्र में साइबर थाना खोला जाएगा। इंटरनेट मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर भी पुलिस की पैनी नजर रहेगी। पुलिस के अनुशासनहीन और भ्रष्ट कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्ट पुलिसकर्मी वर्दी धारण करने योग्य नहीं हैं। नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों पर संपत्ति कुर्क करने व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को वर्ष 1989 बैच के आइपीएस अधिकारी अशोक कुमार ने सूबे के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का पदभार ग्रहण किया। वह उत्तराखंड के 11वें पुलिस महानिदेशक हैं। निवर्तमान पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने उन्हें सोमवार को पदभार सौंपा। डीजीपी अशोक कुमार मूल रूप से पानीपत (हरियाणा) के रहने वाले हैं। पद संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नव नियुक्त पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि व्यवस्था ऐसी की जाएगी कि बदमाशों में पुलिस का खौफ होगा और आमजनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
थानों में जन शिकायतों की शत-प्रतिशत सुनवाई कर निस्तारण किया जाएगा। शिकायतें न दर्ज करने पर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी। महिलाओं, नाबालिगों एवं बुजुर्गों के प्रति पुलिस को और संवेदनशील बनाया जाएगा। महिलाओं को थाने जाने में झिझक न हो, इसके लिए प्रत्येक थाने में महिला उपनिरीक्षक एवं महिला आरक्षी की नियुक्ति की जाएगी। स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में काम करते हुए पब्लिक डिलीवरी सिस्टम को और सुदृढ़ बनाया जाएगा। भू-माफिया के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि वह पुलिस कर्मियों के कल्याण, पदोन्नति और पुलिस आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान देंगे। पुलिस कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यालय स्तर पर पुलिस समाधान समिति का गठन किया जाएगा। इसका एक वाट्सएप नंबर भी जारी किया जाएगा। इस पर कोई भी पुलिस कर्मी अपनी समस्याएं साझा कर सकता है। इस समिति की अध्यक्षता आइजी स्तर के अधिकारी करेंगे। समिति यह सुनिश्चित करेगी कि पुलिस कर्मी अपनी शिकायतों को अन्य माध्यमों से पहुंचाने की बजाए इस समिति के सामने रखें। समस्याओं का नियमानुसार समाधान किया जाएगा। पुलिसकर्मियों की समय से पदोन्नति और नई भर्ती के लिए काम किया जाएगा। अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मियों को पुरस्कार मिलेगा और लापरवाह कर्मियों को दंडित किया जाएगा।
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