नेपाल के सेना प्रमुख ने गोरखा सैनिकों की बहादुरी को किया नमन
नेपाल के सेना प्रमुख जनरल राजेंद्र छेत्री ने कहा कि खलंगा स्मारक गोरखा सैनिकों की बहादुरी का ऐतिहासिक स्थल है।
देहरादून, [जेएनएन]: नेपाल के सेना प्रमुख जनरल राजेंद्र छेत्री शुक्रवार को देहरादून पहुंच गए। दून में वह नालापानी स्थित 'खलंगा स्मारक' गए। उनके साथ नेपाली सेना का उच्चस्तरीय शिष्टमंडल भी शामिल रहा। नेपाल सेना के उच्चाधिकारियों ने खलंगा स्मारक पहुंचकर वीर गोरखा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
नेपाली सेना प्रमुख की धर्मपत्नी रीता छेत्री, रिटायर ले. जनरल शक्ति गुरुंग, आरएस थापा, मधु गुरूंग समेत 1/3 गोरखा राइफल्स के सैन्य अधिकारी व जवान भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण व खलंगा वॉर मेमोरियल विकास समिति द्वारा स्मारक के जीर्णोद्वार व रखरखाव किए जाने की सराहना भी नेपाल के सेना प्रमुख ने की है।
उन्होंने कहा कि खलंगा स्मारक गोरखा सैनिकों की बहादुरी का ऐतिहासिक स्थल है। खलंगा स्मारक दुनिया का पहला वॉर मेमोरियल है जिसको किसी देश की सेना ने अपने दुश्मनों की बहादुरी के लिए बनाया था। वर्षों पहले नालापानी में ब्रिटिश सेना व नेपाल के गोरखाओं के बीच युद्ध हुआ था।
वीर बलभद्र के नेतृत्व में 60 गोरखाओं ने पांच हजार संख्या वाली ब्रिटिश सेना का एक माह तक डटकर मुकाबला ही नहीं किया बल्कि घुटने टेकने के लिए मजबूर तक कर दिया था। इस युद्ध में ब्रिटिश सेना के मेजर जनरल रोलो जिलिपी युद्ध के पहले ही दिन हताहत हो गए थे। इस युद्ध में ब्रिटिश सेना की विजय जरूर हुई, लेकिन गोरखा भी हारे नहीं। गोरखाओं की बहादुरी की स्मृति में ही खलंगा स्मारक बनाया गया है।
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