National Epilepsy Day: मानसिक रोग नहीं है मिर्गी, जानिए इसके कारण और प्रमुख लक्षण
National Epilepsy Day मिर्गी मानसिक रोग नहीं है। पर यह न्यूरोलॉजिकल बीमारी है जिसमें तंत्रिका कोशिका गातिविधि बाधित हो जाती है। पिछले कुछ समय से मिर्गी को लेकर काफी जागरूकता आई है जिससे लोग अब इसका इलाज करने डॉक्टर के पास आने लगे हैं।
देहरादून, जेएनएन। अक्सर लोगों को गलतफहमी होती है कि मिर्गी मानसिक रोग है। पर यह न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें तंत्रिका कोशिका गातिविधि बाधित हो जाती है। पिछले कुछ समय से मिर्गी को लेकर काफी जागरूकता आई है, जिससे लोग अब इसका इलाज करने डॉक्टर के पास आने लगे हैं। वेलमेड अस्पताल की वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. स्मिता वोहरा कहती हैं कि मिर्गी लाइलाज बीमारी नहीं है। इसका उपचार भले ही थोड़ा लंबा चलता है, लेकिन अगर मरीज को सही उपचार मिले तो इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।
10 से 20 प्रतिशत मरीजों को ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है, कुछ मरीजों को जिंदगीभर दवाई खानी पड़ती है और कुछ सिर्फ दो-तीन साल दवाई खाने के बाद ठीक हो जाते हैं। वह बताती हैं कि दवाई के साथ-साथ मरीजों को अपने खान-पान और जीवनशैली पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। उनका कहना है कि मिर्गी पर काबू पाने के लिए मरीज को शराब और नशे से दूर रहना चाहिए। पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और मानसिक तनाव और भावानात्मक मुद्दों से निपटना आना चाहिए।
इसके अलावा मिर्गी से ऐसी परिस्थिति पैदा हो जाती है जो मरीज के साथ-साथ दूसरों के लिए भी खतरनाक हो सकती है, इसलिए जहां तक संभव हो मरीज को गाड़ी नहीं चलानी चाहिए और हमेशा गाड़ी में हमेशा सीट बेल्ट बांधनी चाहिए। मिर्गी के दौरे के प्रमुख कारण मिर्गी के दौरे का कारण जन्म के समय ब्रेन को ऑक्सीजन की मात्रा सही नहीं मिलना है। कई बार बच्चों में मस्तिष्क में इनफेक्शन के कारण भी यह समस्सा होती है। युवा अवस्था में हेड इंजूरी के कारण भी मिर्गीके दौरे पड़ते हैं। वहीं, अधिक उम्र में स्ट्रोक के कारण मिर्गी के दौरे पड़ने की आशंका रहती है।
ये भी हैं कारण
- संक्रामक रोग जैसे मेनिन्जाइटिस, एड्स, वायरल इन्सेफेलाइटिस भी मिर्गी के दौरे के कारण बन सकते हैं।
- दिमागी बुखार या दिमाग में कीड़े की गांठ बनना आदि कारणों से हो सकता है।
मिर्गी के प्रमुख लक्षण
चक्कर आना, बेहोशी, शरीर के अंगों में झनझनाहट, एक तरफ नजर टिकाएं रखना, स्वाद, गंध और दृष्टि में बदलाव होना, कोई प्रतिक्रिया ना देना, एक ही कार्य को बार-बार दोहराना, मांस पेशियों का अकड़ना आदि।
यह भी पढ़ें: Uttarakhand Corona Update: उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका, पढ़िए पूरी खबर