त्योहारी सीजन में फिर पटरी पर लौटने लगा मसूरी का पर्यटन कारोबार, होटल रूम बुकिंग पर मिल रही बचत
त्योहारी सीजन में मसूरी का पर्यटन कारोबार धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। पर्यटकों की आमद बढ़ने से सड़कें गुलजार हो रही हैं। आपदा के कारण पर्यटन व्यवसाय को झटका लगा था लेकिन अब पर्यटक कंपनी गार्डन और जॉर्ज एवरेस्ट जैसे स्थलों पर दिखने लगे हैं। होटल बुकिंग में भी वृद्धि हो रही है और जीएसटी दरों में कमी से पर्यटकों को राहत मिल रही है।

जागरण कार्यालय, मसूरी। सितंबर दूसरे पखवाड़े में भी वर्षा और भूस्खलन के कारण ठप हुआ मसूरी का पर्यटन कारोबार अब पटरी पर आता दिख रहा है। तीन दिनों से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने से सड़कें गुलजार होने लगी हैं।
दशहरे की छुट्टी मनाने के लिए सैलानी मसूरी का रुख कर रहे हैं। इसके लिए होटलों में 25 से 30 प्रतिशत तक बुकिंग हो चुकी है। होटल कारोबारी दीपावली तक इसमें इजाफा होने की उम्मीद जता रहे हैं।
पहाड़ों की रानी मसूरी में हर समय पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है। खासतौर पर त्योहारों के सीजन में भारी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं। बीते माह 15-16 सितंबर की रात को देहरादून जिले के तमाम स्थानों पर आई आपदा लोगों के गहरे जख्म दे गई। इससे पर्यटन व्यवसाय को भारी झटका लगा।
इस दौरान मसूरी का पर्यटन व्यवसाय करीब 10 दिन तक लगभग शून्य तक पहुंच गया था। तमाम सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त होने से पर्यटकों की आवाजाही बिल्कुल ना के बराबर हो गई थी। अब धीरे-धीरे पर्यटकों की आमद शुरू हुई है। कंपनी गार्डन, जार्ज एवरेस्ट, चार दुकान, कैंपटी फाल और भट्टा फाल में पर्यटक नजर आने लगे हैं।
मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि बीते शनिवार व रविवार को होटलों में पर्यटकों की आक्यूपेंसी करीब 20 प्रतिशत रही है और दशहरे की छुट्टियों के लिए करीब 25 से 30 प्रतिशत तक बुकिंग हो चुकी है। साथ ही नयी बुकिंग के लिए पर्यटक जानकारी ले रहे हैं। हालांकि, यह बीते वर्षों के मुकाबले कम है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि अमूमन दशहरा के बाद दीपावली तक गुजरात और बंगाल के पर्यटकों की अच्छी आमद होती है। आगे मौसम सुहावना रहा तो पर्यटकों की अच्छी आमद होने की पूरी उम्मीद है। उन्होंने बताया कि मसूरी-देहरादून सड़क मार्ग पर फिलहाल 24 घंटे यातायात खुला है। बताया कि सरकार की ओर से अभी शाम सात बजे के बाद सुबह छह बजे तक यात्रा करने के आदेश नहीं है।
होटल के कमरे की बुकिंग पर बचत
केंद्र सरकार ने जीएसटी ढांचे में बदलाव कर पर्यटन क्षेत्र को बड़ी राहत दी है। इसका असर मसूरी के पर्यटन को मिल रहा है। जीएसटी की दरें कम होने से पर्यटकों को अब 12 प्रतिशत के स्थान पर पांच प्रतिशत ही जीएसटी देनी पड़ रही है।
उदाहरण के तौर पर अब तक 5000 रुपये के कमरे पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगती थी, जिससे कुल किराया 5600 रुपये पड़ता था। नए पांच प्रतिशत स्लैब में वही कमरा अब 5250 रुपये में मिलेगा। यानी पर्यटक को सीधे 350 रुपये की बचत होगी।
जीएसटी दरें कम होने से व्यापारी खुश
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल का कहना है कि जीएसटी की दरें कम होने से ग्राहकों के साथ में ट्रेडर्स भी खुश हैं। वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि 22 सितंबर के बाद से नयी जीएसटी दरें लागू होने के बाद भी जिन व्यापारियों द्वारा पूर्व में माल खरीदा गया था, उनके द्वारा पुरानी दरों पर ही बिक्री की जा रही हैं।
इनपुट टैक्स क्रेडिट देने की मांग
उत्तराखंड होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा है कि सरकार ने जीएसटी दर 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी है, लेकिन इसमें होटलियर्स को इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) का लाभ नहीं मिलेगा जो होटल व्यवसायियों को सीधा नुकसान होगा। इसलिए हम सरकार से इसमें आइटीसी का लाभ दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
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