Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इलेक्ट्रिक बसों का न्यूनतम किराया होगा 10 और अधिकतम 200 रुपये

    By Sunil Singh NegiEdited By:
    Updated: Fri, 25 Dec 2020 11:12 AM (IST)

    शासन ने इलेक्ट्रिक बसों के किराये का निर्धारण करने के साथ ही इनके संचालन के लिए मार्ग भी चिह्नित कर लिए हैं। साधारण मार्गों पर इलेक्ट्रिक बसों का किराया न्यूनतम 10 और अधिकतम 200 रुपये रखा गया है। आइएसबीटी से एयरपोर्ट के बीच पांच स्टेशन बनाए गए हैं।

    Hero Image
    देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा संचालित की जाने वाली इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते महापौर सुनील गामा।

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। शासन ने इलेक्ट्रिक बसों के किराये का निर्धारण करने के साथ ही इनके संचालन के लिए मार्ग भी चिह्नित कर लिए हैं। साधारण मार्गों पर इलेक्ट्रिक बसों का किराया न्यूनतम 10 और अधिकतम 200 रुपये रखा गया है। आइएसबीटी से एयरपोर्ट के बीच पांच स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें अधिकतम किराया 200 रुपये और न्यूनतम किराया 100 रुपये रखा गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गुरुवार को आयुक्त परिवहन दीपेंद्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में एसटीए की बैठक हुई। बैठक में प्रमुख रूप से तीन बिंदुओं पर चर्चा की गई। बैठक में अभी इलेक्ट्रिक बस के लिए तीन मुख्य मार्ग बनाए गए हैं। इसके तहत एक मार्ग आइसीबीटी-एयरपोर्ट, दूसरा मार्ग आइएसबीटी-राजपुर और तीसरा मार्ग आइएसबीटी-सहस्रधारा रखा गया है। एयरपोर्ट-आइएसबीटी मार्ग को छोड़ शेष के लिए प्रति किमी के हिसाब से किराया दर तय की गई है।

    बैठक में देहरादून जिले के ऐसे मार्गों पर भी चर्चा हुई, जिनका थोड़ा सा हिस्सा हिमाचल में पड़ता है। इनमें विकासनगर-त्यूनी-अटाल वाया मीनस, विकासनगर-रोहडू वाया त्यूनी और देहरादून-पौंटा साहिब मार्ग शामिल हैं। निर्णय लिया गया कि इन मार्गों पर निजी बसों के संचालन का प्रस्ताव शासन के जरिये हिमाचल प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा, ताकि दोनों राज्यों के बीच इस मामले में सहमति बन सके। बैठक में राज्य में संचालित हो रहे वाहनों के संबंध में भी चर्चा हुई।

    वैकल्पिक ईधन से चलने वाले वाहनों के संबंध में नीति बनाने और अन्य स्टेज कैरिज बसों की आयु निर्धारण के संबंध में संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) देहरादून की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया। यह समिति इसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर एसटीए को सौंपेगी, जिसे एसटीए की अगली बैठक में रखा जाएगा। बैठक में देहरादून से नैनीताल के बीच निजी बस संचालन के आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया। कहा गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग होने के कारण इसमें निजी बसों का संचालन नहीं किया जा सकता। बैठक में सचिव एसटीए एसके सिंह, सदस्य आरके श्रीवास्तव, अपर सचिव न्याय डीएस कुटिया और वरिष्ठ अधीक्षण अभियंता लोनिवि एसएस रावत भी उपस्थित थे।

    शहर में अब दौड़ती नजर आएगी इलेक्ट्रिक बसें

    प्रदेश के शहरी मार्गों पर अब इलेक्ट्रिक सिटी बसें दौड़ती नजर आएंगी।

    • पहला मार्ग आइएसबीटी-कारगी चौक-विधानसभा-जोगीवाला-मोहकमपुर-डोईवाला-एयरपोर्ट बनाया गया है। इस मार्ग पर आइएसटीबी से मोहकमपुर के बीच हर स्टेशन का किराया 100 रुपये और इससे आगे 200 रुपये होगा। इसी प्रकार एयरपोर्ट से आते हुए डोईवाला तक का किराया 100 रुपये इसके बाद शेष किराया 200 रुपये होगा। 
    • दूसरा मार्ग आइएसबीटी-रेलवे स्टेशन-घंटाघर-जाखन-राजपुर रखा गया है। 16 किमी लंबे इस मार्ग पर अधिकतम किराया 30 रुपये होगा।
    • तीसरा मार्ग आइएसबीटी-रेलवे स्टेशन-घंटाघर-आइटी पार्क-सहस्रधारा रखा गया है। 22 किमी लंबे इस मार्ग का अधिकतम किराया 40 रुपये रहेगा। दोनों मार्गों पर आइएसबीटी से घंटाघर का किराया 15 रुपये होगा।

    प्रति किमी किराया दर

    • पहले चार किमी - 10 रुपये
    • चार से सात किमी - 15 रुपये
    • सात से 10 किमी - 20 रुपये
    • 10 से 13 किमी - 25 रुपये
    • 13 से 17 किमी - 30 रुपये
    • 15 से 21 किमी - 35 रुपये
    • 21- 25 किमी - 40 रुपये
    • 25 से 30 किमी - 45 रुपये
    • 30 से 35 किमी - 50 रुपये
    • 35 किमी से अधिक - 55 रुपये

    सिटी बस एसोसिएशन ने जताई आपत्ति, दिया सुझाव

    सिटी बस एसोसिएशन ने इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को लेकर अपनी आपत्ति जताई। एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय वद्र्धन डंडरियाल ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से सिटी बस मालिकों को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि बसों के संचालन से पहले इनके मार्ग तय किए जाएं। यह भी सुनिश्चित हो कि इलेक्ट्रिक बसें पीक टाइम के अलावा सामान्य समय में भी संचालित हों। यदि इनके लिए कोई टर्मिनल बनाया जाए, तो सिटी बसों को भी उस टर्मिनल के इस्तेमाल की अनुमति दी जाए।

    यह भी पढ़ें - Smart City Project: देहरादून में हुआ इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल, महिलाओं को रही समर्पित