अवैध प्लॉटिंग पर एमडीडीए सख्त, नगर निगम ने हटाए अतिक्रमण Dehradun News
हर्रावाला-मियांवाला की सीमा पर करीब 13.5 बीघा भूमि पर अवैध रूप से की जा रही प्लॉटिंग का एमडीडीए ने चालान काट दिया है। वहीं नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया।
देहरादून, जेएनएन। हर्रावाला-मियांवाला की सीमा पर करीब 13.5 बीघा भूमि पर अवैध रूप से की जा रही प्लॉटिंग का एमडीडीए ने चालान काट दिया है। इसके साथ ही अब लोगों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए भूखंड पर बोर्ड लगाने की तैयारी भी की जा रही है।
एमडीडीए सचिव जीसी गुणवंत ने बताया कि चालान काटने के लिए भूस्वामियों को सुनवाई के लिए बुलाया गया था, मगर उनकी तरफ से कोई भी उपस्थित नहीं हुआ। बिना ले-आउट पास कराए भूखंड पर अब तक 10 रजिस्ट्री हो जाने पर अब वहां इस आशय के बोर्ड लगाए जाएंगे कि यहां पर जमीन न खरीदें। क्योंकि नक्शे पास कराते समय लोगों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
उधर, इसी मामले में उत्तराखंड रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) ने भूस्वामियों पर पेनल्टी लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। रेरा अध्यक्ष विष्णु कुमार ने बताया कि रेरा में पंजीकरण को लेकर भूस्वामियों की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा।
गोल्डन मैनॉर की आवासीय परियोजना सील
एमडीडीए ने अवैध निर्माण पर बड़ी कार्रवाई करते हुए मसूरी डायवर्जन रोड पर गोल्डन मैनॉर ग्रुप की तीन मंजिला निर्माणाधीन आवासीय परियोजना को सील कर दिया। इस परियोजना का निर्माण बगराल गांव में स्वीकृत मानचित्र से इतर किया जा रहा था।
नोटिस भेजने व कई सुनवाई के बाद भी जब इस पर रोक नहीं लग पाई तो मंगलवार को ये कार्रवाई की गई। इसके साथ भारूवाला रोड पर एक व्यावसायिक निर्माण को भी सील किया गया। सीलिंग टीम में सहायक अभियंता आनंद राम आर्य, एसएस रावत, अवर अभियंता विनोद चौहान, अजय मलिक आदि शामिल रहे।
सिटी पार्क की जमीन से निगम ने हटाया अतिक्रमण
तरला नागल में सहस्रधारा हैलीपेड के पास सिटी पार्क की जमीन पर कब्जे कर बनाए खोखों को नगर निगम की टीम ने ध्वस्त कर दिया। इस दौरान लोगों ने विरोध की कोशिश की लेकिन फोर्स की मौजूदगी के कारण वे कुछ नहीं कर पाए।
एमडीडीए की ओर से तरला नागल में सिटी पार्क बनाना प्रस्तावित है। मगर पार्क बनने से पहले ही इसकी जमीन पर कब्जे होने लगे हैं। मंगलवार को जब नगर निगम की टीम हिमालयी राज्यों के सम्मेलन की तैयारियों के मद्देनजर क्षेत्र का जायजा ले रही थी तभी यह अवैध कब्जे नजर आए थे।
नगर निगम के भूमि अधीक्षक विनय प्रताप की अगुवाई में टीम ने इन कब्जों को चिन्हित कर दिया था। मंगलवार को नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और तमाम कब्जों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिया।
इसके अलावा कृषाली चौक के पास से भी अतिक्रमण हटवाया गया। वहीं, इस कार्रवाई से स्थानीय लोग खुश हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मसूरी में 28 जुलाई को होने जा रहे हिमालयी राज्यों के सम्मेलन के चलते ही सही लेकिन निगम ने सहस्रधारा रोड की सूरत को बदल कर रख दिया है।
रायपुर रोड पर सहस्रधारा क्रासिंग से लेकर कृषाली चौक व आगे तक सड़क के दोनों ओर पिछले कुछ समय में बेहद कब्जे हो गए हैं। इस क्षेत्र में सड़क पर गंदगी काफी फैली हुई थी। यहां के लोग निगम अफसरों को शिकायतें कर-कर थक चुके थे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी।
एकता विहार निवासी सरोज का कहना था कि जिस दिन से सम्मेलन की तैयारी शुरू हुई हैं तभी से निगम के कर्मचारी न केवल सुबह व शाम सड़क के दोनों ओर नियमित सफाई हो रही है बल्कि पुराने पड़े सामान आदि को हटाने की कार्रवाई भी कर रहे। इसके साथ ही हर समय सहस्रधारा रोड पर लगी रहने वाली ठेलियों को हटाने से भी काफी राहत मिली है।
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